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भोपाल : डीएफओ सीहोर मगन सिंह डाबर का हुआ ट्रान्सफर.. क्या आदिवासियों के हटाए अतिक्रमण कारण बना या कार्यालय की रिश्वतखोरी का मामला ?

तूल पकड़ गई अतिक्रमण विरोधी मुहिम..

भोपाल : डीएफओ सीहोर मगन सिंह डाबर का हुआ ट्रान्सफर..
क्या आदिवासियों के हटाए अतिक्रमण कारण बना या कार्यालय की रिश्वतखोरी का मामला ?

भोपाल, 29 जून 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

भारतीय वन सेवा 2016 बेच के मगन सिंह डाबर जो वनमण्डल अधिकारी के पद पर सीहोर में पदस्थ थे उनका स्थानांतरण उपवन संरक्षक, कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख मप्र भोपाल किया गया है।

सचिव, मप्र शासन, वन विभाग द्वारा आज 29 जून 2025 को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए है।

आदेशानुसार भारतीय वन सेवा 2018 बेच की श्रीमती अर्चना पटेल की प्रतिनियुक्ति वापस लेते हुए डीएफओ सीहोर पदस्थ किया गया है।
इसके पहले श्रीमती अर्चना पटेल उप वन संरक्षक, मप्र राज्य लघु वनोपज संघ, भोपाल में पदस्थ थीं।

गौरतलब है कि एक पखवाड़ा करीब सीहोर का डीएफओ कार्यालय घूसखोरी के वायरल आडियो को लेकर काफी चर्चा में रहा था। नतीजतन कार्यालय में पदस्थ बाबू प्रहलाद सिंह महेश्वरी को 18 जून 2025 को डीएफओ के आदेशानुसार रिश्वत मांगने के आरोप में निलम्बित भी कर दिया गया था।

इस वाकिये के बाद देवास जिले का खिवनी अभ्यारण्य जो कि सीहोर जिले के इछावर रेंज से सटा हुआ है में बारिश के मौसम के बावजूद आदिवासियों के आशियाने तोड़े गए। वन विभाग की इस कार्रवाई से क्षुब्ध गरीब आदिवासियों नें हजारों की संख्या में सीहोर पहुंकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरा था और हकीकत से वाकिफ कराया था।

आज शिवराज सिंह चौहान के साथ सीएम हाउस में आदिवासियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने एक्स पर लिखा- हमारी सरकार गरीबों की सरकार है, गरीबों के साथ है। आज भोपाल निवास पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में खिवनी अभयारण्य के लिए वन विभाग की कार्रवाई से प्रभावित जनजातीय समुदाय के नागरिकों से भेंट की। उनकी शिकायतों को सुना और जांच के निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें और पीड़ितों को शासकीय सुविधाओं का लाभ दिलाएं। वन विभाग को निर्देश दिए हैं कि बारिश के सीजन में ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचें। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार गरीबों की सरकार है। जनजातीय समुदाय का सम्मान और कल्याण हमारा संकल्प है।
कुल मिलाकर इछावर,सीहोर,दौलतपुर एवं देवास में आदिवासियों की इस समस्या को लेकर राजनीति यकायक गर्मा गई है। इसी गर्मी की की गाज सीहोर डीएफओ के ऊपर स्थानांतरण के रुप में गिरी है। ऐसा बताया जा रहा है। या फिर पिछले दिनों की कार्यालयीन रिश्वतखोरी?

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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