
नवरात्रि में 9 दिन तक वृत करने से पहले जरुर सोचे ये लोग
हैल्थ के अनुसार ही वृत धारण करना चाहिए।
धर्म और मेडिकल साइंस
मीडिया रिपोर्ट,
चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व की शुरुआत हो चुकी है। इस साल 30 मार्च से जारी है , 07 अप्रैल तक यह शुभ पर्व चलने वाला है। हिंदू धर्म में इन नौ दिनों का विशेष महत्व है। इस दौरान भक्तजन देवी के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं और हर तरह से देवी मां को प्रसन्न करने की पूरी कोशिश करते हैं। पूजा-पाठ के अलावा नवरात्रि के नौ दिन उपवास रखने का भी बहुत महत्व है। धार्मिक महत्व के इतर भी उपवास के कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं। नौ दिनों के लिए अल्प मात्रा में सात्विक आहार ग्रहण करना अपने शरीर को एक ब्रेक देने जैसा है, जिसमें बॉडी अंदर से हील होने का काम करती है। हालांकि पूरे नौ दिन उपवास करना हर किसी के लिए हेल्दी नहीं होता है। कुछ हेल्थ कंडीशन ऐसी भी हैं जिनमें लोगों को उपवास करने से बचना चाहिए या फिर अपने डॉक्टर की सलाह पर ही उपवास करना चाहिए। आइए जानते हैं किन लोगों को उपवास नहीं करना चाहिए।
गर्भवती महिलाएं ना रखें व्रत
गर्भवती महिलाओं को 9 दिनों का व्रत रखने से परहेज करना चाहिए। दरअसल नवरात्रि के व्रत में अनाज खाने की मनाही होती है। जबकि गर्भवती स्त्री को गर्भावस्था के दौरान संपूर्ण पोषण की जरूरत होती है। गर्भ में पल रहे बच्चे की सही ग्रोथ के लिए सभी पोषक तत्वों के साथ- साथ अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत होती है और ये अतिरिक्त कैलोरी अनाज के सेवन के बिना पॉसिबल नहीं है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान नवरात्रि के 9 दिनों का व्रत रखने से परहेज करना चाहिए।
नवजात बच्चे की मां भी व्रत रखना करें अवॉइड
गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ नवजात बच्चे की मां को भी नवरात्रि के 9 दिनों का उपवास रखने से परहेज करना चाहिए। दरअसल 6 माह तक के बच्चे को सम्पूर्ण पोषण मां के ही दूध से मिलता है। जो महिलाएं बच्चे को स्तनपान कराती हैं, उन्हें खुद के लिए और बच्चे के लिए अधिक कैलोरी की जरूरत होती है। पूरी कैलोरी ना मिलने पर ना सिर्फ मां को कमजोरी आ सकती है बल्कि बच्चे की ग्रोथ पर भी इसका नेगेटिव असर पड़ेगा। इसलिए न्यूबॉर्न बेबी की मां को नवरात्रि के पूरे नौ उपवास नहीं करना चाहिए। हालांकि आप चाहें तो पहले और आखिरी दिन व्रत रह सकती हैं।
एनीमिया की शिकायत होने पर व्रत रखने से करें परहेज
एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी। जिस व्यक्ति को एनीमिया की शिकायत है, उसे भी नवरात्रि में 9 दिन का व्रत नहीं रखना चाहिए। एनीमिया की शिकायत होने पर शरीर में कमजोरी रहती है। ऐसे में व्रत रखने पर शरीर में और भी ज्यादा कमजोरी आ सकती है इसलिए एनीमिया की शिकायत होने पर पूरे नौ दिनों का उपवास रखने से बचना चाहिए। अगर उपवास रखना भी चाहते हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
लंबी समय से बीमार व्यक्ति भी न रखें व्रत
अगर किसी व्यक्ति को लगातार कोई हेल्थ से जुड़ी समस्या बनी रहती है, तो उसे भी नवरात्रि के नौ दिनों का उपवास रखने से बचना चाहिए। शरीर पर किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर, खुद-ब-खुद शरीर में कमजोरी आने लगती है। ऐसे में अगर व्रत रखा जाए, तो ये कमजोरी और भी बढ़ सकती है। इस स्थिति में बिना डॉक्टर की सलाह के ज्यादा दिनों का उपवास रखना हेल्थ के लिहाज से बिल्कुल भी सही नहीं है।