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खनिज विभाग के खिलाफ ट्रक चालक और मालिकों का आक्रोश कलेक्टर कार्यालय पर किया गया घेराव

खनिज विभाग के खिलाफ ट्रक चालक और मालिकों का आक्रोश कलेक्टर कार्यालय पर किया गया घेराव

एमपी मीडिया पॉइंट 

ट्रक ड्राइवरो का आरोप खनिज विभाग ने छीना हमारा रोजगार

सीहोर जिले में आज खनिज विभाग के खिलाफ रेत वाहन चालकों एवं मालिकों ने आक्रोश जताते हुए कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शन किया। लगभग 1 घंटे तक कलेक्टर कार्यालय के गेट के सामने प्रदर्शन करते रहे। मीडिया से चर्चा करते हुए गाड़ी मालिकों ने बताया कि हम ड्राइवर एवं हेल्पर सीहोर जिले के पिछले लगभग 15 वर्षों से रेत के ट्रक चलाकर जीवन यापन कर रहे थे। जिसमें हमारे परिवार का भरण पोषण व बच्चों का उत्तम शिक्षा हो रही थी। किंतु कुछ दिनों से खनिज विभाग सीहोर में अधिकारियों का बदलाव हुआ है। जिसके बाद खनिज विभाग द्वारा हमें प्रताड़ित किया जा रहा है। और हमारे रोजगार को छीना जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सरकार के सभी नियमों का पालन करते हुए बालू रेत वेद रूप से राजस्व देकर परिवहन कर रहे हैं। लेकिन वर्तमान में पदस्य खनिज विभाग एवं उनकी टीम द्वारा हमें प्रताड़ित कर हमारे वाहनों को थाने में खड़ा किया जा रहा है। जिसके कारण हम काम नहीं कर पा रहे हैं। खनिज विभाग के प्रस्तावना से परेशान होकर 1000 गाड़ी के लगभग 2000 से ज्यादा ड्राइवर और हेल्पर उनके परिवार दस हजार लोग बेरोजगारी की कगार पर पहुंच गए हैं। ऐसे में अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैं। ड्राइवर और गाड़ी मालिकों का कहना है कि खनिज विभाग के कार्य पद्धति में सुधार किया जाए। ताकि हम बेहतर तरीके से काम कर सकें।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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