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समूचे प्रदेश में गौतम जयंती, गुड़ी पड़वा का त्योहार उत्साह से मनाया जाएगा – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

निर्णय

समूचे प्रदेश में गौतम जयंती, गुड़ी पड़वा का त्योहार उत्साह से मनाया जाएगा – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भोपाल, 24 मार्च, 2025
एमपी मीडिया पॉईंट

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्री-परिषद की बैठक से पहले विक्रमादित्य ध्वज और पुस्तिका “भारत का नव वर्ष विक्रम संवत” का विमोचन कर अपने संबोधन में कहा कि संपूर्ण प्रदेश में 30 मार्च को गुड़ी पड़वा का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा, मंत्रीगण गुड़ी पड़वा पर उनके जिलों में होने वाले कार्यक्रमों में सहभागिता करें। विक्रम महोत्सव के अंतर्गत नई दिल्ली में 12-13-14 अप्रैल को विशेष आयोजन होने जा रहे हैं, जिसमें सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित महानाट्य की प्रस्तुति भी होगी। सम्राट विक्रमादित्य के व्यक्तित्व और शासन व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित महान महानाट्य की प्रस्तुति प्रदेश के प्रमुख शहरों में भी की जाएगी। इसके साथ ही सेक्टर वार होने वाली इन्वेस्टर्स समिट तथा अन्य बड़े आयोजनों के अवसर पर भी सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित महानाट्य की प्रस्तुति की जाए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विमोचित पुस्तिका “भारत का नव वर्ष विक्रम संवत” के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पुस्तिका में विक्रम संवत, काल गणना की पद्धति, प्राचीन यंत्रों , वैदिक घड़ी आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रम संवत के अंतर्गत तिथियों की महत्ता, पर्व और त्योहारों के निर्धारण तथा काल गणना पद्धति पर प्रकाश डाला।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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