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सीहोर जिले के किसान जुटे सोयाबीन की बुवाई में, इछावर में सर्वाधिक वर्षा दर्ज

खेती-किसानी

सीहोर जिले के किसान जुटे सोयाबीन की बुवाई में, इछावर में सर्वाधिक वर्षा दर्ज

सीहोर, 17 जून 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

इस वर्ष भी मानसून ने वक्त पर दस्तक दी है। वह प्रदेश के साथ-साथ सीहोर जिले में भी प्रवेश कर गया है। खरीफ फसल की बुवाई को लेकर कमर कसे किसानों ने भी अपनी-अपनी कृषि भूमियों पर ढेरा जमा लिया है। क्षेत्र के 50% किसान बुवाई के कार्य में जुट भी चुके हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ज्यादातर रकबें में सोयाबीन की बुवाई की जा रही है जो सीहोर जिले में खरीफ की प्रमुख फसल है। इसके बस एक बड़े रकबे में मक्का की फसल भी बोयी जाती रही है। सीहोर जिले में अरहर एवं उड़द की बुआई का रकबा बनी अच्छा-खासा रहता है।

सर्वाधिक वर्षा इछावर में

जहां तक बारिश का सवाल है तो
पिछले 17 दिनों में अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार 01 जून से 17 जून 2025 तक जिले के वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 59.8, मिलीमीटर, श्यामपुर में 25.4, आष्टा में 17.0, जावर में 29.0, इछावर में 69.3, भैरूंदा में 48.0, बुधनी में 20.0 तथा रेहटी में 8.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जिले के इछावर क्षेत्र में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
कृषि विभाग द्वारा भी खरीफ फसल की बुवाई को लेकर किसानों को समय-समय पर आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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