कार्रवाई

सीहोर जिले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की बड़ी कार्रवाई : तीन मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निरस्त, दो के निलंबित..

मेडिकल दुकानों का प्रशासनिक इलाज

अनियमितताएं पाए जाने पर किए गए 05 मेडिकल दुकानों पर की गई कार्रवाई,

03 दुकानों के लाइसेंस निरस्त और 02 के निलंबित

सीहोर, 26 नवंबर, 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा सीहोर जिले की 05 मेडिकल दुकानों पर अनियमितताएं पाए जाने पर कार्रवाई की गई है। अनियमितताएं जाए जाने पर 03 मेडिकल दुकानों मेसर्स राजा मेडिकल भैरूंदा, मेसर्स विजासन मेडिकल रेहटी, मेसर्स सोनम मेडिकल मालीबाया के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं तथा दुआ मेडिकल श्यामपुर एवं माहेश्वरी मेडिकल सीहोर के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के निर्देशानुसार मेडिकलों से विक्रय होने वाले वाली दवाओं एवं मेडिकल दुकानों पर अनियमितताओं की रोकथाम के उद्देश्य से निरीक्षण दल द्वारा जिले में मेडिकल दुकानों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। कुछ दिवसों पहले जांच दल द्वारा निरीक्षण के दौरान अनियमितताएं पाए जाने पर इन मेडिकल दुकानों को नोटिस जारी किया गया था और निर्धारित समय सीमा में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे। इन मेडिकलों द्वारा इस संबंध में कोई जबाव प्रस्तुत नही किया गया और क्रय-विक्रय रिकॉर्ड भी प्रस्तुत नहीं किया गया, इसलिए इन मेडिकल स्टोर्स पर यह कार्रवाई की गई है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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