
सेकण्ड चांस प्रोग्राम की छात्राओं ने दी कक्षा 10वीं की परीक्षा: शिक्षा की ओर एक नई उड़ान
इछावर, एमपी मीडिया पॉइंट
स्कूल छूट जाने का मतलब शिक्षा का अंत नहीं होता।इसी विश्वास को साकार कर रहा है सेकंड चांस प्रोग्राम, जो एक सामाजिक पहल है और स्कूल छोड़ चुकी बालिकाओं व महिलाओं को एक बार फिर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य कर रही है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से उन महिलाओं और किशोरियों के लिए एक नया अवसर है जो किसी कारणवश औपचारिक शिक्षा से वंचित रह गई थीं।
संस्था का मुख्य उद्देश्य है कि समाज की हर महिला और बालिका को शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें स्वरोजगार या रोजगार के अवसरों से जोड़ना। यह कार्यक्रम न केवल उन्हें शैक्षणिक रूप से सक्षम बनाता है, बल्कि मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से भी सशक्त करता है।
एनआईओएस बोर्ड के माध्यम से हो रही है पढ़ाई
सेकंड चांस प्रोग्राम के अंतर्गत एनआईओएस (National Institute of Open Schooling) बोर्ड से कक्षा 10वीं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों की परीक्षाएं हाल ही में संपन्न हुईं। अंतिम दिन छात्राओं ने ‘होम साइंस’ विषय की परीक्षा दी। परीक्षाओं के बाद विद्यार्थियों ने बताया कि सभी पेपर बेहद संतोषजनक रहे और उन्हें विश्वास है कि वे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होंगे।
कार्यरत है इछावर ब्लॉक में..
इछावर ब्लॉक में इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने के लिए टीम लीडर काजल सेन के नेतृत्व में एक समर्पित टीम कार्यरत है। इस टीम में वैशाली झोड़े, महेंद्र विश्वकर्मा, पदमा, संजय अहिरवार, आनंद कुशवाहा, संदीप नामदेव और दीपक कुशवाहा जैसे कर्मठ सदस्य शामिल हैं। इन सभी ने छात्राओं को न केवल पढ़ाई में मार्गदर्शन दिया, बल्कि परीक्षा की तैयारी, आत्मविश्वास और प्रेरणा प्रदान करने में भी अहम भूमिका निभाई।
समाज में बदलाव की ओर कदम
सेकंड चांस प्रोग्राम का यह प्रयास सिर्फ एक शैक्षणिक पहल नहीं है, बल्कि यह सामाजिक पुनर्निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम है। यह उन हजारों महिलाओं और किशोरियों के लिए उम्मीद की किरण है, जो किसी समय शिक्षा से दूर हो गई थीं लेकिन अब एक उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ा रही हैं।