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शाजापुर(मध्यप्रदेश) : नाबालिक को बहला फुसलाकर दुष्कर्म करने वाले आरोपी को 20 वर्ष का कठोर कारावास

अदालत का फैसला

नाबालिक को बहला फुसलाकर दुष्कर्म करने वाले आरोपी को 20 वर्ष का कठोर कारावास

शाजापुर, 22 जून 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

न्यायालय विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट शाजापुर द्वारा आरोपी धीरेन्द्र पिता कन्हैयालाल निवासी ग्राम हरनाथपुरा पुलिस थाना सुठालिया जिला राजगढ को पॉक्सो एक्ट की धारा 5(एल)/6 में 20 वर्ष का कठोर कारावास और 5000/- रू अर्थदण्ड, भादवि की धारा 363 और 366 में 5-5 वर्ष का सश्रम कारावास और1000- 1000 रू अर्थदण्ड से दण्डित किया गया।

जिला लोक अभियोजन अधिकारी रमेश सोलंकी जिला शाजापुर ने बताया कि, फरियादी ने दिनांक 28 जून 2023 को थाना मोहन बडोदिया पर गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी कि, 27 जून 2023 को उसकी नाबालिक लडकी को कोई बहला फुसलाकर ले गया है। पुलिस द्वारा अनुसंधान के दौरान नाबालिक लडकी को आरोपी धीरेन्द्र के कब्जे से जिला जैसलमेर से दस्तयाब किया गया। पीड़िता द्वारा उसके कथनों में बताया गया कि आरोपी धीरेन्द्र राजपूत के कहने पर वह उसके साथ चली गई। आरोपी ने उसे मंगलसूत्र पहनाया व पत्नी की तरह रखते हुए पति पत्नि जैसे संबंध बनाकर बलात्कार किया। रिपोर्ट दर्ज उपरांत सम्पू्र्ण अनुसंधान पश्चात आरोपी के विरूद्ध अभियोग पत्र सक्षम न्यायालय में पेश किया था।
प्रकरण में अभियोजन की ओर से पैरवी जिला लोक अभियोजन अधिकारी जिला शाजापुर द्वारा की गई। न्यायालय ने अभियोजन के द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य एवं तर्कों से सहमत होते हुए आरोपी को दण्डित किया।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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