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सीहोर : नागरिकों से सीवन नदी के जीर्णोद्धार में सहभागी बनने का किया आह्वान

मिलेगा "सीवन को नया जीवन" ...

नागरिकों से सीवन नदी के जीर्णोद्धार में सहभागी बनने का किया आह्वान,

सुप्रसिद्ध कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने भी किया श्रमदान

सीहोर, 09 अप्रैल, 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

सीवन उत्‍थान समिति के आव्हान पर प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा, क्षेत्रीय विधायक सुदेश राय सहित अनेक जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत सीवन नदी में श्रमदान किया।

इस अवसर पर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि समिति द्वारा सीवन नदी को साफ करने एवं गहरीकरण के लिए जो पहल की जा रही है, यह बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि सीवन नदी का जीर्णोद्धार केवल समिति या किसी एकमात्र व्यक्ति का कार्य नही है, बल्कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है। हम सभी का यह दायित्व है कि हम सभी मिलकर हमारे शहर की जीवनरेखा सीवन नदी को साफ-सुथरा बनाएं। उन्होंने कहा कि जब सीवन नदी में साल भर पानी रहेगा तो पहले की तरह सीवन नदी की घाटों पर पूजा-अर्चना एवं धार्मिक गतिविधियां फिर से शुरू हो जाएंगी। सीवन नदी का जीर्णोद्धार कुछ सप्ताह या कुछ महीनों में नहीं हो सकता बल्कि हमें निरंतर मिलकर कार्य करना होगा।

विधायक सुदेश राय ने नागरिकों से आव्हान करते हुए कहा कि, यह अभियान हम सभी का अभियान है, हमारे जिले की सीवन नदी के जीर्णोद्धार में हम सभी सहभागी बनें। मै अपनी सहभागिता निभाते हुए राय परिवार की ओर से दस लाख रुपये की घोषणा करता हूं।
श्रमदान के लिए मौके पर मौजूद अन्य सहभागियों ने भी लाखों रुपये देने की घोषणा की।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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