मध्यप्रदेश

भोपाल : प्रदेश की महिला पत्रकारों को मिला नया नेतृत्व, वरिष्ठ पत्रकार सुश्री हिना मंसूरी जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ मप्र की संभागीय अध्यक्ष नियुक्त

पत्रकारिता की दिशा में एक नया कदम यह भी...

प्रदेश की महिला पत्रकारों को मिला नया नेतृत्व: वरिष्ठ पत्रकार सुश्री हिना मंसूरी जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ मप्र की संभागीय अध्यक्ष नियुक्त

भोपाल, 04 नवंबर 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ मध्यप्रदेश (JUMP) ने प्रदेश की महिला पत्रकारों के हितों को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं साधना न्यूज़ के चैनल हेड डॉ अरुण सक्सेना ने महिला प्रकोष्ठ की संभागीय अध्यक्ष के रूप में हिना मंसूरी को नियुक्त किया है। यह नियुक्ति प्रदेश भर की महिला पत्रकारों को संगठित करने और उनकी आवाज़ को और अधिक बुलंद करने की दिशा में एक बड़ी पहल है।
पत्रकार हिना मंसूरी की यह नियुक्ति न केवल महिला पत्रकारों को एक मजबूत मंच प्रदान करेगी, बल्कि पत्रकारिता जगत में लैंगिक समानता और उनके अधिकारों की लड़ाई को भी नई गति देगी।

नियुक्ति के बाद, राजधानी के प्रभातश्री हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. रामकुमार देशमुख, डॉ. वरुणादित्य सिंह, राव भूपेंद्र सिंह, सुरेंद्र मिश्रा, रविंद्र वैष्णव ने हिना मंसूरी का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित कीं। भोपाल संभाग के कई पत्रकार साथियों ने सुश्री मंसूरी को बधाई दी है। और साथ ही उम्मीद जताई है कि इस पहल से प्रदेश की महिला पत्रकारिता एक नई ऊँचाई को छुएगी।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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