हनुमान जी का जिक्र ,
जैसे महकता हुआ इत्र !!
एमपी मीडिया पॉइंट इछावर
इच्छावर। 23 अप्रैल हनुमान जयंती के पावन अवसर पर श्री राधा कृष्ण भक्त मंडल द्वारा श्री खाकी बाबा बाबा मंदिर परिसर में हनुमत चरित्र पर आधारित व्याख्यान का आयोजन किया गया।
आयोजन में वक्ता के रूप में सीहोर से पधारे विद्वान पंडित शैलेश तिवारी ने रामचरितमानस के
किष्किंधा कांड, सुंदरकांड एवं हनुमान चालीसा को आधार बनाकर
श्री वीर हनुमान जी के जीवन चरित्र
पर व्याख्यान दिया।
श्री तिवारी जी ने कहा कि जिस प्रकार इत्र की सीसी खोलते ही पूरा वातावरण महक जाता है उसी प्रकार हनुमान जी का चरित्र सुनते हुए उसका अनुसरण करने से हमारे जीवन में भी आत्मिक शांति की महक बिखरने लगती है।
हनुमान चालीसा के प्रथम दोहे का वर्णन करते हुए आपने कहा कि इस दोहे के माध्यम से श्री तुलसीदास जी ने गुरु की महिमा को बताया है।
मन रूपी दर्पण को गुरु के चरणों की राज से साफ करना चाहिए।
किष्किंधा कांड की चौपाई
का वर्णन करते हुए श्री तिवारी जी ने
कहां की इस प्रसंग से हमें अपने बड़े बुजुर्गों की आज्ञा और सुझाव लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।
अपने बड़ों की बात को विनम्रता से मनाना चाहिए।
विद्वान पंडित शैलेश तिवारी जी ने हनुमान जी के जीवन चरित्र एवं उनसे जुड़ी कथाओं के माध्यम से वर्तमान युग में उनकी प्रासंगिकता को प्रतिपादित करते हुए कहा कि त्रेता युग के हनुमान आज भी इस
कलि काल में और अधिक प्रासंगिक है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राधा कृष्ण भक्त मंडल के सभी सदस्यों ने मंदिर परिसर में विराजमान श्री राम दरबार, श्री राधा कृष्ण ,श्री मां दुर्गा एवं गणेश जी एवं हनुमान जी की प्रतिमा के समक्ष पूजन अर्चन किया गया ।
उसके बाद सभी उपस्थित श्रोताओं द्वारा सस्वर श्री हनुमान चालीसा का
पाठ किया गया।
पंडित शैलेश तिवारी का पुष्पहर ,शाल श्रीफल द्वारा स्वागत श्री राधा कृष्ण भक्त मंडल के सदस्यों द्वारा किया गया।
भगवान की आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
राधा कृष्ण भक्त मंडल की और से आभार प्रदर्शन हरि भाई टुवानी ने किया ।