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बिहार विधानसभा चुनाव : बाजे-गाजे साथ पहुंचे मंत्री जी लेकिन बगैर फार्म भरे लोट आए

बिहार विधानसभा चुनाव : बाजे-गाजे साथ पहुंचे मंत्री जी लेकिन बगैर फार्म भरे लोट आए

मीडिया रिपोर्ट

दरअसल हरसिद्धि के भाजपा विधायक सह बिहार सरकार के गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान बुधवार को फूलों से सजी खुली जीप पर भाजपा के वरीय नेता के साथ हरसिद्धि विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के बाद काफिला लेकर अरेराज नामांकन के लिए पहुंचे। इसके पहले मंत्री ने प्रसिद्ध सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर में पूजा अर्चना किया। इसके बाद मंत्री जी प्रस्तावक व समर्थकों के साथ नामांकन कक्ष भी पहुंचे।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि समय से पहुचने के बाद जान बूझकर नामांकन नही दिया गया। वही चर्चा यह भी है कि भाजपा शीर्ष द्वारा कल जारी किए गए 71 कि सूची में हरसिद्धि के प्रत्याशी का नाम नहीं था। जितनी मुंह उतनी चर्चा हो रही थी। उसी में कुछ लोग यह भी कह रहे थे कि सिंबल नही मिलने के कारण नामांकन नहीं किये है।

वही बिहार सरकार के गन्ना मंत्री कृष्णानंद पासवान ने बताया कि रैली व पूजा पाठ करने में लेट हो गया। नामांकन कक्ष में लेट से पहुचने के कारण नामांकन नहीं हो सका है। उन्होंने सिंबल नही मिलने की बात से साफ साफ इंकार कर दिया।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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