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भैरुंदा : नर्मदा नदी में नाव डूबी, एक व्यक्ति लापता, तीन तैर कर निकले बाहर..

हादसा

नर्मदा नदी में नाव डूबी, एक व्यक्ति लापता, तीन तैर कर निकले बाहर..

भैरुंदा, 20 अगस्त 2025
राकेश कटारे

भैरुंदा थानांतर्गत डिमावर में नाव डूबने का समाचार है। इस हादसे को लेकर मिली प्रारंभिक जानकारी अनुसार नाव में चार मजदूर सफर कर रहे थे।
जैसे ही नाव डूबने लगी मजदूरों ने छलांग लगा दी, बताया जा रहा है कि तीन मजदूर तो तैर कर किनारे लग गए, लेकिन एक व्यक्ति कूदते समय जल्दबाजी में नाव के किसी पार्टस् से टकरा गया। चोटिल हो जाने के कारण तैरने में असमर्थ हो गया और बह गया।
लोगों ने घटना की जानकारी थाना भैरुंदा को दी। सूचना पर बचाव दल घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। कुछ समय बाद एसडीआरएफ की टीम पहुंची जिसनें बचाव कार्य के लिये कमान संभालते हुए रेस्क्यू आपरेशन शुरु कर दिया।

थाना प्रभारी जीएस दांगी ने बताया कि सूचना के तुरंत बात बचाव दल गठित कर दिया गया था। आज सुबह ग्राम डिमावर थाना भैरूंदा जिला सीहोर में रेत निकलते समय एक किश्ती डूबी जिस में कार्य कर रहे 4 मजदूर में से एक मजदूर की डूब जाने की खबर है। 3 मजदूर सुरक्षित हैं फिलहाल एक मजदूर लापता हैं। पुलिस एवं एसडीआरफ की टीम के द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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