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अवैध फटाके विक्रय पर आष्टा पुलिस की प्रभावी कार्रवाई, ₹ 02लाख मूल्य के जब्त

पुलिस की त्यौहारी तैयारी में धराए फटाके के अवैध व्यवसायी

अवैध फटाके विक्रय पर आष्टा पुलिस की प्रभावी कार्रवाई,
₹ 02लाख मूल्य के जब्त

आष्टा, 19 अक्तूबर 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

दीपावली त्यौहार के मद्देनज़र पुलिस अधीक्षक सीहोर दीपक शुक्ला द्वारा सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में अवैध फटाके विक्रय एवं भंडारण के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

इन निर्देशों के पालन में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) आष्टा आकाश अमलकर के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी आष्टा गिरीश दुबे के नेतृत्व में सउनि जगदीश धुर्वे, सउनि सुभाष कटारे, प्रआर. दयाराम चौरे, प्रआर. महेन्द्र मेवाड़ा,प्रआर मनोज वर्मा की टीम द्वारा नगर क्षेत्र में निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान भोपाल नाका स्थित दो किराना व्यापारियों द्वारा बिना लाइसेंस अपनी दुकानों में फटाके बेचते हुए पाए जाने पर विस्फोटक अधिनियम के उल्लंघन पर प्रभावी कार्रवाई की गई।

कार्रवाई के दौरान लगभग ₹2 लाख मूल्य के अवैध फटाके जप्त किए गए। आरोपित व्यापारियों के विरुद्ध थाना आष्टा में अपराध पंजीबद्ध किया गया।

ये हैं आरोपियों के नाम-

जावेद पिता शकूर खां पठान, उम्र 35 वर्ष, निवासी वार्ड नंबर 18, भोपाल रोड, एप्पल अस्पताल के सामने, आष्टा,….रफीक खां पिता गफूर खां, उम्र 38 वर्ष, निवासी भोपाल रोड, एप्पल अस्पताल के सामने, आष्टा।

दोनों के विरुद्ध विस्फोटक अधिनियम की धारा 5, 9(ख)(1)(ख) तथा धारा 288 बी.एन.एस. के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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