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उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में ट्रेन की चपेट में आए 8 लोगों की मौत

हावड़ा से कालका जा रही थी ट्रेन

उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में ट्रेन की चपेट में आए 8 लोगों की मौत

05 नवंबर 2025
मीडिया रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का ट्रेन हादसा अभी सुर्खियों में चल ही रहा था कि आज फिर सुबह कालका एक्स्प्रेस ट्रेन की चपेट में आने से 08 व्यक्तियों की मौत का दर्दनाक समाचार है। मृतकों को कार्तिक पूर्णिमा स्नान के श्रद्धालु बताया जा रहा है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह हादसा उस समय हुआ जब कुछ लोग रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार कालका एक्सप्रेस वहां से गुजरी और कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि कई शव ट्रैक पर बिखर गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और रेलवे अधिकारियों को सूचना दी।

सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस (जीआरपी) एवं स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। हादसे की खबर फैलते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।

स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों से रेलवे ट्रैक के पास चलने से बचने की अपील की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने अधिकारियों को राहत बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त। इतना ही नहीं सीएम ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं और उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी
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