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आष्टा : पटाखे फोड़ने वाली बुलेट पर ₹12,000/- का जुर्माना, विगत एक माह में चौथी मोडिफाइड साइलेंसर बुलेट जप्त

अदालत का दंड

पटाखे फोड़ने वाली बुलेट पर ₹12,000/- का जुर्माना,
विगत एक माह में चौथी मोडिफाइड साइलेंसर बुलेट जप्त

आष्टा(एमपी), 23 जुलाई 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

आष्टा पुलिस द्वारा यातायात नियमों के उल्लंघन पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए दिनांक 10 जुलाई 2025 को एक बुलेट मोटरसाइकिल (क्रमांक एमपी 37 जेडसी 0591) को जप्त किया गया। जांच में पाया गया कि उक्त वाहन में अवैध रूप से मॉडिफाइड साइलेंसर (पटाखे जैसी आवाज करने वाला साइलेंसर) लगाया गया था, जिससे शहर में ध्वनि प्रदूषण फैल रहा था और आमजन में भय एवं अशांति की स्थिति उत्पन्न हो रही थी।

वाहन का चालक नाबालिग पाया गया। इस कारण मोटरसाइकिल स्वामी राजेन्द्र पिता सवाईमल जैन निवासी अंजनी नगर, आष्टा के विरुद्ध मोटर व्हीकल अधिनियम की विभिन्न धाराओं में चालानी कार्रवाई की गई।

थाना प्रभारी गिरीश दुबे के निर्देशन में की गई त्वरित कार्रवाई के तहत मोटरसाइकिल को जप्त कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। आज दिनांक 23 जुलाई 2025 को न्यायालय द्वारा वाहन स्वामी पर ₹12,000/- का जुर्माना आरोपित कर वसूल किया गया।

गौरतलब है कि विगत एक माह में थाना आष्टा द्वारा मॉडिफाइड साइलेंसर लगी कुल 04 बुलेट मोटरसाइकिलों के विरुद्ध न्यायिक कार्रवाई की गई है, जो निरंतर जारी है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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