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दूर-दूर तक बात होती है “अस्पताल हो तो इछावर जैसा..

अस्पताल की शानदार व्यवस्था,उपचार,सुविधा,सफाई एवं अनुशासित व्यवहार ने दी प्रदेश में इछावर को पहचान

दूर-दूर तक बाता होती है “अस्पताल हो तो इछावर जैसा..

इछावर, 17 जुलाई, 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

सरकार द्वारा नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर विकास के कार्य किए जा रहे हैं। सीहोर जिले के इछावर स्थित सिविल अस्पताल आज स्वास्थ्य सेवाओं की सफलता की एक प्रेरणादायक मिसाल बन चुका है। यह अस्पताल न सिर्फ मरीजों के उपचार का केंद्र है, बल्कि सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों का भी जीवंत उदाहरण है। यहां प्रतिदिन लगभग 400 मरीज ओपीडी सेवाओं का लाभ लेने आते हैं, जिनमें से 20 से 30 मरीजों को भर्ती किया जाता है। खास बात यह है कि यहां प्रतिदिन औसतन 05 महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी कराई जाती है, जो महिला स्वास्थ्य के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

यह अस्पताल महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान देता है। हर दिन 15 से 20 गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच की जाती है और 03 से 04 महिलाओं का ऑपरेशन भी सफलता पूर्वक संपन्न होता है। इसके अलावा अस्पताल ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों की पहचान के लिए भी सक्रिय है, जहां प्रतिदिन 30 से 40 मरीज अपनी जांच करवाने आते हैं। इस अस्पताल में लगभग 80 मरीजों की 200 पैथोलॉजिकल जांच प्रतिदिन की जाती हैं, जो इस अस्पताल की तकनीकी दक्षता और संसाधनों की उपलब्धता को प्रमाणित करता है।

सीबीएमओ डॉ अंकित चांडक बताते हैं कि इछावर सिविल अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन में भी राज्य में अग्रणी स्थान पर है। इस अस्पताल में अब तक लगभग 7060 मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज मिल चुका है और प्रतिदिन 8 से 10 नए मरीज इसका लाभ ले रहे हैं। एक्स-रे जैसी सुविधाएं भी यहां निरंतर उपलब्ध हैं, जहां प्रतिदिन 15 से 20 मरीजों का परीक्षण किया जाता है।
बीएमओ डॉ बीबी शर्मा बताते हैं कि इछावर अस्पताल को उसके समर्पित कार्यों के लिए राज्य सरकार की कायाकल्प योजना के अंतर्गत वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2020-21 में तीन बार प्रथम पुरस्कार मिल चुका है। इन पुरस्कारों के साथ 15 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी गई, जो इसके उत्कृष्ट प्रदर्शन का प्रमाण है।

नागरिक कहते हैं कि, यह भी गर्व की बात है कि सिविल अस्पताल इछावर को आईएसओ प्रमाणन प्राप्त है और यह लक्ष्य सर्टिफाइड संस्थान भी है, जो प्रसव सेवाओं में मानकों के अनुसार गुणवत्ता सुनिश्चित करता है। आज यह अस्पताल सिर्फ इलाज का स्थान नहीं है, बल्कि यह विश्वास, सेवा और उत्कृष्टता का प्रतीक बन चुका है। यह सफलता न केवल अस्पताल की मेहनत का परिणाम है, बल्कि सरकार की योजनाओं के प्रभावशाली क्रियान्वयन का भी जीता-जागता उदाहरण है। कुल मिलाकर अब दूर दूर तक चर्चा है कि “अस्पताल हो तो इछावर जैसा”

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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