मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा एकदिवसीय बारह खंबा मेला आयोजित, लाखो की संख्या में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
एकदिवसीय मेला
मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा एकदिवसीय बारह खंबा मेला आयोजित, लाखो की संख्या में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
मध्य प्रदेश/इछावर, एमपी मीडिया पॉइंट
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के इछावर तहसील के गांव देवपुरा में पशुपति नाथ भगवान का मन्दिर स्थापित है।बताया जाता है की पशुपति नाथ मन्दिर में श्रद्धालु पशुओं का दूध अर्पण करते है। जिससे पशु धन सुरक्षित रहे। पशुपति नाथ का मन्दिर देव पुरा गांव में स्थित है और यहां पर बारह खंबा के नाम से मध्य प्रदेश का सबसे बडा एकदिवसीय मेला लगता है।आज भी मेले में श्रद्धालु को कच्चे रास्ते का कई क्षेत्रों में सामना करना पड़ता है।बारह खंबा का मेला दीपावली के अगले दिन लगता है लेकिन इस बार दीपावली के अगले से अगले दिन लगा। वही मेले में लाखो की भीड़ उमड़ी। अपने पशुधन की सलामती के लिए पशुपति नाथ मन्दिर में दूध अर्पण किया। चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। शासन प्रशासन एवं समिति की सद्स्य भी मौजूद रहे।
समिति के सद्स्य दशरथ सिंह ने बताया की मेला अपने समय पर लग रहा है। कार्तिक मास की पड़वा के दिन लगता है इस बार भी पड़वा के दिन ही लग रहा है। उसी दिन गोवर्धन पूजा होती है। उसी दिन मेला लगता है।
देवपुरा गांव में बारह खंबा नाम से पशु पति नाथ के मन्दिर में मध्य प्रदेश का एक दिवसीय सबसे बड़ा मेला आयोजित होता है। ग्रामीण अंचलों में मेले को लेकर कथा है की पहले यहां काफी जंगल हुआ करता था। पास में डुंडलावा के पास की जगह को गुआड़ी बोलते थे। दूर दराज से चारा वाहक अपने पशुओं को चराने आया करते थे। और 4 महीने यही रुकते थे।एक बार चारा वाहक आए,उनकी कुछ गाय जंगल में कई गुम गई। आसपास जंगल में खूब ढूंढने के बाद परेशान, थक कर इस स्थान पर बैठ जाते हैं और उनकी नींद लग जाती है। नींद में देवता स्वरूप पशुपति नाथ दर्शन देते है और पूछते है की क्या समस्या है तो चरवाहक बोलते है महाराज हमारी गाये गुम गई है, देवता स्वरूप ने बोला आप चिन्ता नहीं करो आपकी गाय आ जाएगी। जब चरवाहको की नीद खुलती है तो गाये नजरो के सामने होती है। तभी पशुपति नाथ की स्थापना हुई और पशु धन की सुख समृद्धि के लिए लाखो संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है।