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दीप पर्व पर 21 हजार दीयों से रोशन होगा देश का सुविख्यात कुबेरेश्वरधाम, आगामी दिनों में किया जाएगा अन्नकूट महोत्सव, रंगोली और रंग बिरंगी रोशनी से रोशन हुआ कुबेरेश्वरधाम,

दीप पर्व पर 21 हजार दीयों से रोशन होगा कुबेरेश्वरधाम, आगामी दिनों में किया जाएगा अन्नकूट महोत्सव,
रंगोली और रंग बिरंगी रोशनी से रोशन हुआ कुबेरेश्वरधाम

सीहोर, 19 अक्टूबर 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में दीपावली का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया जाएगा और 21 हजार से अधिक दीपक से मंदिर परिसर को रोशन किया जाएगा। शनिवार को मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने स्वच्छता का संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि दीप पर्व की स्वच्छता और प्रकाश को बाहर और भीतर सदा के लिये स्थापित करना ही उत्सव है। बाहर वातावरण में स्वच्छता है, सकारात्मकता है तभी भीतर इसका समावेश हो सकता है। आज के समय में केवल द्ववार तक साफ-सफाई काफी नहीं है अब गृह नहीं ग्रह की स्वच्छता का समय है क्योंकि हम अब भी जाग्रत नहीं हुये तो प्रकृति आगे शायद दूसरा अवसर न दें। दीप पर्व एक अवसर है स्वच्छता को अंगीकार करने का, प्रकृति और पर्यावरण के साथ सद्भावपूर्ण व्यवहार का। इस बार कुछ ऐसा करे की उत्साह हमारे भीतर हो और उत्साहित प्रकृति हो, कर्म हम करें ओर उसके सुखद परिणाम धरा और गगन को मिले, दिवाली अपनी खुशियों के लिये मनायें लेकिन प्रफुल्लित वातावरण हो।

इसको लेकर मंदिर परिसर में गुरुदेव अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में विठलेश सेवा समिति और श्रद्धालुओं के द्वारा तैयारियां की जा रही है। मंदिर में यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रंग-बिरंगी रोशनी लगाई गई है। मंदिर परिसर में दीप पर्व को लेकर प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे है।
शनिवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। जिनकों समिति की ओर से पंडित विनय मिश्रा, समीर शुक्ला सहित अन्य ने भोजन प्रसादी का वितरण किया। कार्तिक माह में मंदिर परिसर में तांता लगा रहता है।

छोटी दीपावली पर यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। मिट्टी की कला और उससे बनाए जाने वाले दीये को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर साल गुरुदेव के निर्देश पर हजारों की संख्या में दीप पर्व पर श्रद्धालु आते है और दीप प्रज्जवलित करते है। इस साल भी पांच दिवसीय पर्व धनतेरस, रुप चौदस, दीपावली, गोवर्धन पूजन और भाई-दूज का आयोजन मंदिर में विशेष पूजा-पाठ से किया जाएगा। इसके अलावा भी यहां पर आगामी दिनों में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

दुनिया की सबसे बड़ी भोजनशाला मंदिर परिसर में चलाई जा रही है। जिसमें यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को निशुल्क रूप से भोजन का वितरण किया जाता है।
आगामी दिनों में अन्नकूट महोत्सव होगा
अन्नकुट महोत्सव सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व है। भगवान श्रीकृष्ण को 56 या 108 तरह के पकवानों का भोग लगाना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि अन्नकूट भी गोवर्धन पूजा का समारोह है। 56 प्रकार के मिष्ठान पकवान का भोग अर्पित किया जाता है, इससे ही विभिन्न आकृतियां उकेरकर झांकी सजाई जाती है इसलिए इसे अन्नकूट महोत्सव कहते हैं, अन्नकूट प्रसादी का बड़ा महत्व होता है क्योंकि इसमें कई प्रकार की सब्जिय़ां अन्य प्रकार के भोग बनाए जाते है। उस प्रसाद का स्वाद ही अलग होता है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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