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खेल शरीर के साथ ही मन, मस्तिष्क और आत्मा को भी संतुलित रखते हैं – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान

इछावर के धामंदा गांव में खेल प्रतियोगिता में पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री और मप्र के राजस्व मंत्री, दोनों ने खिलाड़ी भावना से लिया आयोजनों में हिस्सा..

खेल शरीर के साथ ही मन, मस्तिष्क और आत्मा को भी संतुलित रखते हैं – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान

खेल युवाओं को अनुशासन, एकता और परिश्रम की राह दिखाते हैं – राजस्व मंत्री श्री वर्मा

ग्राम धामंदा में सांसद खेल महोत्सव के तहत खेल प्रतियोगिता आयोजित

इछावर, 05 नवम्बर 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

जिले के ग्राम धामंदा में सांसद खेल महोत्सव 2025 के अंतर्गत खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्व मंत्री करणसिंह वर्मा शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने शहीद नायक जितेंद्र कुमार की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और पुष्पांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि खेल जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। खेल केवल शरीर को स्वस्थ नहीं बनाते बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा को भी संतुलित रखते हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई युवा खेल मैदान में पसीना बहाता है, तो वह केवल अपनी जीत के लिए नहीं बल्कि अपने व्यक्तित्व के निर्माण के लिए संघर्ष करता है। खेलों से व्यक्ति में अनुशासन, संयम, परिश्रम और टीम भावना जैसे गुणों का विकास होता है, जो जीवन के हर क्षेत्र में सफलता का आधार बनते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ और ‘खेलो इंडिया’ जैसे अभियानों के माध्यम से युवाओं को नयी दिशा दे रहा है। देशभर में खेलों की नई संस्कृति विकसित हो रही है, जिसमें गांवों से लेकर शहरों तक हर प्रतिभा को आगे आने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हर गांव से खिलाड़ी निकले, हर बच्चा खेलों से जुड़े और भारत खेल के क्षेत्र में भी निरंतर आगे बढ़े।

इस अवसर पर राजस्व मंत्री करणसिंह वर्मा ने कहा कि खेल जीवन का सबसे सुंदर अध्याय हैं। उन्होंने कहा कि खेल हमें सिखाते हैं कि जीत और हार दोनों को समान भाव से स्वीकार करना चाहिए। खेलों से न केवल शरीर मजबूत होता है बल्कि मन भी दृढ़ होता है। एक खिलाड़ी कभी निराश नहीं होता, वह हर हार से सीखता है और अगली बार और बेहतर प्रदर्शन करने का संकल्प लेता है। यही भावना समाज और राष्ट्र निर्माण की असली शक्ति है। राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि खेल युवाओं को अनुशासन, एकता और परिश्रम की राह दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि आज का युवा अगर मैदान में समय देगा तो कल वह किसी न किसी क्षेत्र में अवश्य चमकेगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश के युवाओं में असीम ऊर्जा और प्रतिभा है, जरूरत केवल अवसर और दिशा की है। सांसद खेल महोत्सव जैसे आयोजन इसी दिशा में एक बड़ी पहल हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री एवं राजस्व मंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के फिट इंडिया मूवमेंट (खेलो इंडिया) तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग, मध्यप्रदेश द्वारा सांसद खेल महोत्सव 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 21 सितंबर से 25 दिसंबर तक ग्राम, मंडल और जिला स्तर पर कैलेंडर अनुसार विविध खेल गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं, दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी को खेलों के प्रति प्रेरित करना, ग्रामीण और शहरी स्तर पर खेल संस्कृति का विकास करना तथा फिट इंडिया मूवमेंट को जन-जन तक पहुँचाना है।

गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं, दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी को खेलों के प्रति प्रेरित करना, ग्रामीण और शहरी स्तर पर खेल संस्कृति का विकास करना तथा फिट इंडिया मूवमेंट को जन-जन तक पहुँचाना है। भाजपा जिलाध्यक्ष नरेश मेवाड़ा, इछावर नगर परिषद अध्यक्ष देवेंद्र वर्मा सहित जनप्रतिनिधि,अधिकारीगण एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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