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सीहोर की पहचान होगी धार्मिक नगरी के रुप में : मुख्यमंत्री डॉ यादव

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सीहोर की पहचान होगी धार्मिक नगरी के रुप में : मुख्यमंत्री डॉ यादव

सीहोर, 03 मार्च, 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज कुबेरेश्वर धाम सीहोर में आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने व्यास पीठ का पूजन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ यादव ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन-मृत्यु व्यक्ति के हाथ में नहीं है, लेकिन संत धर्म की राह दिखाकर सद्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर व्यक्ति के जीवन को सार्थक बनाते हैं। धार्मिक, सांस्कृतिक तथा नैतिक मूल्यों की स्थापना तथा समाज और राष्ट्र के निर्माण में संतों और गुरुओं की सबसे महत्वपूर्ण योगदान है।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा लोगों में ईश्वर के प्रति आस्था और भक्ति जागृत कर उनका धार्मिक, आध्यात्मिक उत्थान कर रहे है। उन्होंने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा भोपाल के निकट सीहोर में कुबेरेश्वर धाम की स्थापना कर इस क्षेत्र को एक नई धार्मिक पहचान दी है। उन्होंने कहा कि दुनियां के दो सौ से अधिक देशों में भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और सबसे बड़े देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रयागराज कुंभ में गंगा स्नान कर पूरी दुनिया को देश की सनातन संस्कृति के प्रति देशवासियों की अटूट आस्था का संदेश दिया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को सभी संतो का मार्गदर्शन मिला रहा है। समय-समय पर हम और हमारी सरकार उनसे कई अवसरों पर विचार-विमर्श भी करते है। उन्होंने कहा कि संतो से हमें सरकार चलाने का आत्मबल मिलता है जिससे हम अधिक मजबूती के साथ प्रदेश के विकास और नागरिकों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने प्रदेशभर में गौशालाओं का निर्माण किया है और गौशालाओं में गौमाता के लिए प्राकृतिक परिवेश उपलब्ध करा रहे हैं। गौ-माता परमात्मा की हम पर असीम कृपा है। गौ-माता प्रकृति और परमात्मा के बीच संबंध का सूत्र है। बेसहारा, अशक्त और वृद्ध गौ-माताओं के आश्रय के लिए भोपाल सहित सभी बड़े नगर निगमों में 10 हजार क्षमता की गौ-शालाएं बनाई जाएगी। दुग्ध उत्पादन पर भी प्रोत्साहन स्वरूप बोनस प्रदान किया जाएगा। दस से अधिक गाय पालने वालों को अनुदान दिया जाएगा। गांव-गांव में गोपालन और दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही गौशाला चलाने वालों को प्रति गाय 20 रुपये के स्थान पर 40 रुपये का अनुदान देकर गौ-शालाओं को सक्षम बनाया जाएगा

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