मानसून

मानसून : इस वर्ष चार दिन पहले आमद दर्ज कराएंगे!

उमड़ते-घुमड़ते बादलों का संकेत..

मानसून : इस वर्ष चार दिन पहले आमद दर्ज कराएंगे

एमपी मीडिया पॉइंट, डेस्क रिपोर्ट

मौसम विभाग की माने तो इस वर्ष देश में मानसून अपने निर्धारित समय से 04 दिन पूर्व दस्तक दे रहा है। मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में अब तक सामान्य वर्षा का अनुमान लगाया जा रहा है।

बता दें कि सबसे पहले मानसून केरल में एंट्री करता है। मौसम विभाग के अपडेट अनुसार इस बार मानसून समय से पहले आने वाला है। IMD की रिपोर्ट के मुताबिक 27 मई को दक्षिण-पश्चिम मानसून के केरल पहुंचने की संभावना है, जो आमतौर पर 1 जून को दस्तक देता है। यदि इस बार मानसून जल्दी आता है तो यह 2009 के बाद पहली बार होगा जब मानसून भारतीय मुख्य भूमि पर जल्दी पहुंचेगा।
2009 में मानसून ने 23 मई को दस्तक दी थी। भारत में मानसून के आगमन की आधिकारिक घोषणा तब होती है जब वह केरल में दस्तक दे देता है, जो आमतौर पर 01 जून के करीब होती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है और फिर 17 सितंबर से उत्तर-पश्चिम भारत से धीरे-धीरे लौटने लगता है, जो 15 अक्टूबर तक पूरा हो जाता है। मानसून को लेकर अच्छी खबरों से देश के किसानों की बाछें खिली हुई है। वहीं आम नागरिकों में भी प्रसन्नता व्याप्त है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी
Back to top button