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एसडीएम, एसडीओपी ने डीजे संचालन में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन सुनिश्चित करने के दिए निर्देश, वरना रहें कार्रवाई के लिए तैयार…

प्रशासन ने किया डीजे वालों को सचेत

एसडीएम, एसडीओपी ने डीजे संचालन में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन सुनिश्चित करने के दिए निर्देश,

वरना रहें कार्रवाई के लिए तैयार…

सीहोर,12 फरवरी, 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

कलेक्टर बालागुरू के. द्वारा आरओ मीटिंग में दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए जिले के विभिन्न अनुभागों तथा तहसीलों में एसडीएम, एसडीओपी पुलिस द्वारा डीजे एवं मैरिज गार्डन संचालकों की बैठकें आयोजित की गई। बैठकों में एसडीएम तथा एसडीओपी द्वारा सभी डीजे संचालकों एवं मैरिज गार्डन के संचालकों को डीजे तथा ध्वनि विस्तारक यंत्रों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए निर्देशित किया गया। बैठक में बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार रात 10 बजे से प्रात: 06 बजे तक डीजे का संचालन प्रतिबंधित रहेगा।

बैठकों में डीजे संचालकों को निर्देश देते हुए बताया गया कि डीजे और अत्यधिक शोर से कई दुष्प्रभावों पड़ते हैं। डीजे की तेज आवाज से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को इससे अधिक परेशानी होती है तथा पर्यावरण, प्राणियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही तेज आवाज और शोर से विद्यार्थियों को अध्ययन में परेशानी होती है। अधिकारियों ने डीजे संचालकों को नियमों का पालन करते हुए जिले में शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने के निर्देश दिए। बैठक में एसडीएम, एसडीओपी पुलिस, सीएमओ एवं बड़ी संख्या में डीजे संचालक और मैरिज गार्डन संचालक उपस्थित रहे।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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