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इछावर : बेचता था पीतल की ईंट(बिस्किट), बताता था सोने की, अब आया इनामी बदमाश पुलिस की गिरफ्त में

क्राइम

इछावर : बेचता था पीतल की ईंट(बिस्किट), बताता था सोने की, अब आया इनामी बदमाश पुलिस की गिरफ्त में

इछावर, 05 अगस्त 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

सीहोर थाना मंडी में को मिली सफलता ठगी का आरोपी को किया गिरफ्तार

थाना मण्डी जिला सीहोर के अपराध क्रमांक 335/24 धारा 420 भादवि में वर्ष 2022 से फरार आरोपी याकूब उर्फ माकूब पिता बाबूखां बेलदार उम्र 71वर्ष, निवासी जूना पानी थाना कोतवाली जिला सीहोर, हाल मुकाम रोशनपुरा कुड़ी,थाना इछावर जिला सीहोर का जो घटना के बाद से ही फरार था।

आरोपी द्वारा पीतल की ईटे (बिस्कुट) को सोना बताकर 7,35,000 रुपये की ठगी की थी।
आरोपी की तलाश पतारसी के लिए पुलिस अधीक्षक सीहोर द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी पर 2000/- रुपये के इनाम की उदघोषणा की गई थी ।

पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमति सुनीता रावत के निर्देशन एवं नगर पुलिस अधीक्षक सीहोर डॉ.अभिनन्दना शर्मा के मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी मण्डी सुनील मैहर के नेतृत्व मे हमराह उनि (क) दिनेश सहगल, प्रधान आरक्षक उमेश वर्मा, आरक्षक नेपाल द्वारा लगातार प्रयास कर फरार आरोपी याकूब उर्फ माकूब पिता बाबूखां बेलदार उम्र 71वर्ष, निवासी जूना पानी थाना कोतवाली जिला सीहोर, हाल मुकाम रोशनपुरा कुड़ी थाना इछावर जिला सीहोर को मुखबिर की सूचना पर आज 05 अगस्त 2025 को इछावर रोड से गिरफ्तार किया जाकर न्यायालय में पेश किया गया है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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