केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज के क्षेत्र में किसान परेशान, डीएपी ऊंट के मुंह में जीरा
खाद की किल्लत
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज के क्षेत्र में किसान परेशान, डीएपी ऊंट के मुंह में जीरा
सीहोर राजेश माँझी,एमपी मीडिया पॉइंट
सीहोर। सोयाबीन काटने के बाद अब गेहूं की बोवाई शुरू होने वाली है, लेकिन डीएपी खाद के लिए किसान परेशान हैं। शासन प्रशासन के दावे यहां फेल हैं। समिति पर खाद आ रहा है,वो नाकाफी है,और किसानों की भीड़ लग रही। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि किसानों को डीएपी कैसे बांटे। डीएपी को लेकर क्षेत्र के किसानों में हाहाकार मचा हुआ है लोग मारे-मारे फिर रहे हैं। इस संबंध में किसान नेता खुमान सिंह गुर्जर का कहना है कि पूरे जिले में किसानों का शोषण हो रहा है। सैकड़ों की संख्या में किसान सोसाइटियों में भीड़ के रूप में आते है और कुछ किसानों को दो-दो बोरी देकर वितरण किया जा रहा है, जबकि किसानों के हमदर्द केन्द्रीय कृषि मंत्री पूर्व शिवराज सिंह चौहान का जिला है। क्षेत्र में डीएपी खाद की उपलब्धता नहीं कर पा रहा है। जिसके कारण समिति पर खाद जो भेजी जा रहे हैं वो किसानों की संख्या को देखते हुए ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है।
उनका कहना है कि सहकारी समितियों का बुरा हाल है। किसान सहकारी समिति पर डीएपी खाद के लिए चक्कर काट रहे हैं लेकिन पर्याप्त मात्रा में खाद सोसाइटी पर उपलब्ध न होने से गेहूं की बोवाई का काम पिछड़ रहा है। डीएपी खाद सोसाइटी पर आने की जानकारी होने पर किसान आते है और वितरण की औपचारिकता पूर्ण हो रही है। किसान नेता गुर्जर का कहना है कि किसान परेशान है और सोसाइटी वाले और प्रशासन कालाबाजारी कर रहे है।
बता दे की इस समय किसान रबी की फ़सल गेंहू की बोवाई में बहुत ही जोरो से जुटा हुआ है एवं खाद की अतिआवश्कता है लेकिन उसको पर्याप्त खाद नही मिल पा रहा। किसान की मांग है की जल्द खाद की किल्लत दूर की जाए।