Blog

ओड़िशा: ट्रेन दुर्घटना में एक यात्री की मौत, 25 घायल

हादसा

ओड़िशा : ट्रेन दुर्घटना में एक यात्री की मौत, 25 घायल

भुवनेश्वर: ओडिशा के कटक जिले में नेरगुंडी स्टेशन के पास रविवार को एक बड़ा रेल हादसा हुआ। बेंगलुरु-कामाख्या एसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और 25 अन्य यात्री घायल हो गए।

कैसे हुआ हादसा?

यह दुर्घटना रविवार सुबह 11:54 बजेपूर्व रेलवे के खुर्दा रोड डिवीजन में कटक-नेरगुंडी रेलवे सेक्शन में हुई। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी, पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक और खुर्दा रोड के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) घटनास्थल पर पहुंचे। रेलवे प्रशासन ने दुर्घटना राहत और चिकित्सा राहत ट्रेनें भी तुरंत रवाना कर दीं।

यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था

रेलवे ने फंसे हुए यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था की है। साथ ही, रेलवे यात्रियों और उनके परिवारजनों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। भुवनेश्वर, भद्रक और कटक रेलवे स्टेशनों पर हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए हैं ताकि यात्री किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकें।

पटरी से उतरने का कारण अभी तक अज्ञात

अब तक हादसे की सही वजह का पता नहीं चल पाया है। रेलवे अधिकारी इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। पूर्व तट रेलवे (ईसीओआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा ने कहा, “हमारा पहला ध्यान फंसी हुई ट्रेनों को डायवर्ट करने और यात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने पर है। यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए एक विशेष ट्रेन भी चलाई जाएगी।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

Related Articles

Back to top button