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असम में धरती हिली, फिलहाल जान-माल की हानि के समाचार नहीं

भूकंप

असम में धरती हिली, फिलहाल जान-माल की हानि के समाचार नहीं

मीडिया रिपोर्ट : रविवार 14 सितंबर को असम में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. रविवार दोपहर बाद आए भूकंप के झटकों ने लोगों को भयभीत कर दिया. लोग घर, दुकान छोड़ सड़कों और अन्य खाली जगहों की ओर भागे.

मिली जानकारी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 5.8 थी. असम के उदलगुरी जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए. आस-पास के जिलों में भी धरती हिली. जिससे लोगों में भय का माहौल दिखा.

भूकंप के झटके असम के साथ-साथ बंगाल और भूटान में भी महसूस किए. भूकंप के दौरान घर के पंखे, बिजली आदि हिलने लगे. भूकंप के झटकों से अभी तक किसी तरह की जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है. प्रशासन हालात पर नजर बनाए है.

असम के उदलगुरी में आए भूकंप के बारे में नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जानकारी दी है. जिसमें बताया गया कि भूकंप का केंद्र उदलगुरी मे जमीन से 5 किमी अंदर था.
असम सीएम बोले- स्थिति पर रख रहे नजर

असम में आए भूकंप के बारे में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी सोशल मीडिया मंच पर एक्स पर लिखा है. उन्होंने लिखा- असम में आज 5.6 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप का केंद्र उदलगुरी के पास था. अभी तक किसी बड़े नुकसान या जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. हम स्थिति पर लगातार नज़र रख रहे हैं.

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी
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