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सीहोर : प्रतिबंधित वाटरफॉल जाने वाले युवकों पर की गई चालानी कार्रवाई

कार्रवाई

प्रतिबंधित वाटरफॉल जाने वाले युवकों पर की गई चालानी कार्रवाई

सीहोर, 18 जुलाई, 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

एक सप्ताह के अंदर घटित हुए दो हादसों (जिसमें 5 व्यक्तियों की मौत हुई थी) के बाद आखिरकार प्रशासन ने प्रतिबंधित वॉटर फालों पर पहुंचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत कर दी है।
ताजा मामले में आज शुक्रवार को पांच बाइक के चालान काटे गए।

सीहोर जिला प्रशासन द्वारा दिगंबर वाटरफॉल जाने पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद भी वाटरफॉल गए युवकों की पांच बाइकों पर पुलिस द्वारा चालानी कार्रवाई की गई है।

बुधनी एसडीएम दिनेश सिंह तोमर ने बताया कि कलेक्टर बालागुरू के. द्वारा वर्षा ऋतु में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिले के दिगंबर वाटरफॉल, अमरगढ़ वाटरफॉल, कालियादेव वाटरफॉल, बुधनी मिडघाट क्षेत्र, कोलार बांध क्षेत्र, झोलियपुर बैराज, नर्मदा तटीय सहित सभी जोखिमपूर्ण स्थानों पर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। ताकि इन स्थानों पर होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके। प्रतिबंध का उल्लंघन कर इन स्थानों पर जाने वाले लोगों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई की जा रही है।

बुधनी एसडीएम श्री तोमर ने सभी नागरिकों से बांध, तालाब, झरनों सहित अन्य जोखिमपूर्ण स्थानों पर नहीं जाने की अपील करते हुए कहा है कि नागरिकों के जीवन की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए ही इन स्थानों पर सैलानियों का जाना प्रतिबंधित किया गया है, इन स्थानों पर जाकर अपने जीवन को जोखिम में न डालें।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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