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रुस का विमान क्रेश,50 लोग सवार थे, किसी के बचने की उम्मीद नहीं

विमान दुर्घटना..

रुस का विमान क्रेश,50 लोग सवार थे, किसी के बचने की उम्मीद नहीं

मीडिया रिपोर्ट, 24 जुलाई 2025

उड़ान भरने के बाद विमान का एयर ट्रेफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया था। इस लापता विमान को हेलिकॉप्टर ने खोज निकाला है।

रूस की स्थानीय आपातकालीन सेवाओं ने पुष्टि की है कि हादसे की जगह का पता चल चुका है। एक बचाव हेलीकॉप्टर ने विमान के जलते हुए मलबे को घने जंगलों में देखा। विमान में कुल 50 लोग सवार बताए जा रहे हैं। जिनमें 43 यात्री थे।इनमें 5 छोटे बच्चे भी शामिल थे। विमान में 7 क्रू मेंबर भी थे।

यह विमान साइबेरिया क्षेत्र की एक स्थानीय एयरलाइन ‘अंगारा (Angara)’ का था।
यह अमूर क्षेत्र के टिंडा शहर की ओर जा रहा था, जो चीन की सीमा के पास है।
उड़ान के दौरान लैंडिंग से ठीक पहले विमान का संपर्क रूस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया।
उसके बाद से ही विमान का कोई पता नहीं चल रहा था।
क्षेत्रीय गवर्नर वासिली ऑरलोव ने कहा कि स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक बचाव हेलीकॉप्टर ने विमान का मलबा ढूंढ लिया है। मलबा घने जंगलों में जलता हुआ मिला। शुरुआती तस्वीरों और वीडियो में मलबे से धुआं उठता देखा गया है। कुछ मलबा नजदीकी गांवों और नागरिक इलाकों में भी गिरा बताया जा रहा है। रूस की आपातकालीन सेवाओं की टीमें मलबे की जगह पहुंच चुकी हैं।

हादसे में किसी के जीवित बचने की उम्मीद अब बहुत कम है। फिलहाल लाशों की तलाश और पहचान का काम जारी है। रूस के कई इलाकों में खासकर साइबेरिया और सुदूर पूर्वी इलाकों में पुराने मॉडल के विमान आज भी चलते हैं। इनमें An-24 जैसे विमान दशकों पुराने हैं। इससे पहले भी रूस में इस तरह के पुराने विमान हादसों का शिकार होते रहे हैं।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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