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“मेरा गांव मेरा देश” अब देश-विदेश के पर्यटकों को भा रहा है सीहोर जिले के खारी गांव का होम स्टे

सीहोर, 07 सितंबर, 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

भारत के हृदयस्थल मध्यप्रदेश को अपनी समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। अब हमारा यही प्रदेश एक नए प्रयोग से पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है, जिसका नाम है होम स्टे पर्यटन। होम स्टे पर्यटन का अर्थ है कि पर्यटक किसी होटल के बजाय स्थानीय लोगों के घर में ठहरते हैं। इससे उन्हें न केवल घर जैसा वातावरण मिलता है, बल्कि वे स्थानीय संस्कृति, भोजन, लोककला और परंपराओं से प्रत्यक्ष रूप से परिचित भी हो पाते हैं।

मध्यप्रदेश पर्यटन ने होम स्टे योजना की शुरुआत कर स्थानीय युवाओं और परिवारों को इस क्षेत्र से जोड़ने का प्रयास किया है। इसके तहत सीहोर जिले के खारी गांव सहित भोपाल, इंदौर, जबलपुर, खजुराहो, ओरछा, मांडू, पचमढ़ी, पन्ना, कान्हा और बांधवगढ़ जैसे पर्यटन स्थलों के आस-पास तेजी से होम स्टे विकसित हो रहे हैं।

सीहोर जिले का खारी गांव आज ग्रामीण होम स्टे पर्यटन का एक उदाहरण बन चुका है। यहाँ लोग अपने घरों को पर्यटकों के लिए खोल रहे हैं। पर्यटक यहाँ ठहरकर ग्रामीण जीवन, खेत-खलिहान, पारंपरिक खानपान और लोक संस्कृति का आनंद ले रहे हैं। कई पर्यटकों ने बताया कि खारी गांव की सादगी, आत्मीयता और प्राकृतिक सौंदर्य उन्हें बेहद भाया। यही सौंदर्य अब विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। गाँव की महिलाएं अपने पारंपरिक व्यंजन जैसे दाल-बाटी, मिठाई, चाय और पारंपरिक व्यंजन परोसकर पर्यटकों का स्वागत करती हैं। गांव के युवा गाइड बनकर गाँव की कहानी, खेती-किसानी की जानकारी और लोकगीतों का अनुभव कराते हैं। हाल ही में कुछ समय पहले इंडियन फॉरेन सर्विस के ट्रेनी अधिकारियों, पंचायती राज मंत्रालय के अधिकारियों और जीआईएस में आए मेहमानों ने ग्राम खारी होम स्टे का भ्रमण किया और वहां के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया।

होमस्टे पर्यटन से खारी गांव में स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिला रहा है और यहां के परिवारों को आय का स्रोत मिला गया है। होम स्टे पर्यटन स्थानीय स्तर पर रोजगार तो उपलब्ध करा ही रहा है, बल्कि यह हमारी और हमारे प्रदेश की सांस्कृति का संरक्षण और प्रचार भी कर रहा है। हमारी लोककला, संगीत, नृत्य और पारंपरिक खानपान को नई पहचान मिल रही है। यह मॉडल बड़े होटलों के मुकाबले पर्यावरण के अनुकूल है और महिलाएँ एवं युवा आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। आज मध्य प्रदेश में होम स्टे पर्यटन एक सफलता की कहानी बन चुका है। यह न केवल पर्यटन उद्योग को नई दिशा दे रहा है, बल्कि गाँव-गाँव में आर्थिक सशक्तिकरण के साथ ही हमारी प्राचीन गौरवशाली सांस्कृति को देश-दुनियां के सामने प्रस्तुत भी कर रहा है। विशेष रूप से सीहोर का खारी गांव इस बात का प्रमाण है कि यदि सही दिशा और अवसर मिले तो छोटा सा गाँव भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकता है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 18 जून 2025 को भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में खारी होम स्टे को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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