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आष्टा(एमपी) : अलग-अलग प्रकरणों में नाबालिग दो बालिकाओं को खोजा पुलिस ने, आरोपियों को किया गिरफ्तार

क्राइम रिपोर्ट

अलग-अलग प्रकरणों में नाबालिग दो बालिकाओं को खोजा पुलिस ने,
आरोपियों को किया गिरफ्तार

आष्टा, 21अगस्त 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

पुलिस उच्चाधिकारियों द्वारा सीहोर जिले में लापता नाबालिग बच्चों की शीघ्र दस्तयाबी के लिए अभियान के तहत एसडीओपी आष्टा आकाश अमलकर के मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी निरीक्षक गिरीश दुबे के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा लगातार दो कार्रवाई की गई।

प्रकरण-1

गत 13 अगस्त 2025 को फरियादी की रिपोर्ट पर थाना आष्टा में अपराध क्रमांक 394/25, धारा 137(2) बीएनएस के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुखबिर सूचना के आधार पर नाबालिग को बाईपास चौपाटी आष्टा से सकुशल दस्तयाब कर आरोपी रवि भिलाला पिता चंद्रप्रकाश भिलाला (उम्र 18 वर्ष, निवासी ग्राम मताना, जिला शाजापुर) को गिरफ्तार किया।

प्रकरण-2

दिनांक 27 जून 2025 को फरियादी की रिपोर्ट पर थाना आष्टा में अपराध क्रमांक 315/25, धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। पुलिस दबाव के चलते आरोपी राजू मालवीय पिता चैन सिंह उर्फ नर्बत सिंह मालवीय (उम्र 21 वर्ष, निवासी ग्राम रोलाखेड़ी, जिला शाजापुर) ने थाने में आकर समर्पण कर दिया, जिसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

दोनों ही मामलों में नाबालिग बालिकाओं को सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया गया तथा आरोपियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

निरीक्षक गिरीश दुबे, थाना प्रभारी आष्टा
सउनि प्रेमसिंह ठाकुर
प्रा.आ. दयाराम,आरक्षक संजय चंद्रवंशी,आरक्षक अमन जाटव,
सैनिक गजराज वर्मा का योगदान उल्लेखनीय रहा।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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