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सोनकच्छ : 13 वर्षीय बालक की निर्मम हत्या, अज्ञात हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग

क्राइम रिपोर्ट

 13 वर्षीय बालक की निर्मम हत्या, अज्ञात हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग

सोनकच्छ/देवास, 31 अगस्त 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

सोनकच्छ तहसील के ग्राम कराडिया परी के 13 वर्षीय बालक वेदांत पिता अरविंद सिंह झाला की कल रात अज्ञात आरोपी द्वारा हत्या कर दी गई।
इस समाचार से सोनकच्छ क्षेत्र के लोग स्तब्ध रह गए। हत्यारों द्वारा निर्ममता के साथ चाकू से 5-6 वार किए गए। खून से लतपथ वेदांत का शव बरामद किया गया।

बताया जा रहा है कि मृतक वेदांत श्रीगणेश जी की झांकी देखने घर से निकला था और आरती में शामिल भी हुआ था।

ऐसा कहा जा रहा है कि आरती के बाद घर वापस लौट रहा था। सड़क पर अंधेरा था, वेदांत के साथ उसकी हमउम्र के बच्चे भी अपने-अपने घर वापस जा रहे थे।

जश्मदीद बच्चों ने बताया कि एक व्यक्ति बाइक से आया और उसने वेदांत को फुर्ती से चाकू घोपना शुरु कर दिया। बच्चे पहचान पाते इसके पहले ही वो हत्या की वारदात को अंजाम देकर रात अंधेरे का लाभ उठाते हुए भाग खड़ा हुआ। खून से लतपथ शरीर पर चाकू के करीब 5-6 वार देखे गए है।

सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे, तुरंत अज्ञात आरोपी के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मुकदमा कायम कर तफ्तीश शुरु कर दी है। इस हत्याकांड के बाद क्षेत्र में सनसनी का माहौल कायम है और नागरिकों का कहना है कि आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर हत्याकांड का पर्दाफाश किया जाए। वेदांत के परिजनों का घर पर रो-रोकर बुरा हाल है।

मीडिया के पास वेदांत के शव के जो विभत्स फोटो आये हैं उन्हें मानवीय दृष्टिकोण से प्रकाशित नहीं करना “एमपी मीडिया पॉइंट” का कर्तव्य बनता ।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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