Blogसत्य मेव जयते

सीहोर पुलिस ने न्यायिक प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में उठाया महत्वपूर्ण कदम

एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम..

सीहोर पुलिस ने न्यायिक प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में उठाया महत्वपूर्ण कदम

हाइलाइट्स
– सीहोर जिला आईसीजेएस (इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम) के तहत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयनित,
– कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हुई चर्चा,
– ई-समंस प्रणाली पर कोर्ट मोहर्रिर/मुंशी के लिए आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

सीहोर, 5 जुलाई 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

कोर्ट मोहर्रिर एवं कोर्ट मुंशियों को डिजिटल न्यायिक प्रक्रियाओं, विशेषकर ई-समंस प्रणाली में दक्ष बनाना, जिससे समंस की प्रक्रिया अधिक सटीक, सरल और समयबद्ध हो सके उक्त उद्देश्य को लेकर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का विवरण

पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के निर्देशानुसार दिनांक 05 जुलाई 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सीहोर के सभा गृह में कोर्ट मोहर्रिर एवं कोर्ट मुंशी के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
यह प्रशिक्षण आईसीजेएस प्रणाली के अंतर्गत ई-समंस जारी करने की प्रक्रिया पर केंद्रित था।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजय गोयल के स्वागत के साथ हुआ, जिन्हें पुलिस अधीक्षक द्वारा पुष्पगुच्छ एवं पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।

प्रशिक्षण में ई-समंस, ई-चालान, ई-अभियोजन, मेडलेपार (एमएलसी/पीएम रिपोर्ट), जेल सूचना प्रणाली एवं सीसीटीएनएस से संबंधित प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई।
सभी प्रक्रियाओं को शत-प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से संचालित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें समंस की तामीली भी डिजिटल रूप से सुनिश्चित की जाएगी।

विशेष सहभागिता

– अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम संजय गोयल ने डिजिटल न्यायिक प्रणाली की आवश्यकता पर बल देते हुए आपसी समन्वय से इसे लागू करने का आश्वत किया ।
– जिला अभियोजन अधिकारी ने ई-प्रॉसिक्यूशन प्रणाली के माध्यम से विधिक अभिमत एवं अभियोजन कार्यों को ऑनलाइन संपादित करने की प्रक्रिया समझाई।
– सीसीटीएनएस टीम एवं न्यायालय तकनीकी विशेषज्ञों ने तकनीकी पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया।

पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सीहोर की भूमिका-

सीहोर जिला आईसीजेएस पोर्टल के तहत पायलट जिले के रूप में चयनित है। इसका उद्देश्य है:
– पुलिस, न्यायालय, अभियोजन, जेल, फॉरेंसिक एवं स्वास्थ्य विभागों के बीच डिजिटल एकीकरण
– सभी विभागों के बीच रियल टाइम डेटा साझा करना
– न्यायिक आदेशों की त्वरित तामीली सुनिश्चित करना

दिनांक 04 जुलाई 2025 को जिले के सभी डॉक्टरों एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें एमएलसी/पीएम रिपोर्ट को मेडलेपार पोर्टल पर ऑनलाइन भेजने की प्रक्रिया पर चर्चा हुई।

अभियोजन अधिकारियों के साथ बैठक में यह तय किया गया कि डायरी व विधिक अभिमत जैसे कार्य ई-प्रॉसिक्यूशन पोर्टल के माध्यम से ही संपादित किए जाएंगे।

उपस्थिति

इस अवसर पर
– श्रीमती सुनीता रावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं नोडल प्रभारी, सीसीटीएनएस
– केदार सिंह कौरव, एडीपीओ
– श्रीमती पूजा शर्मा, एसडीओपी सीहोर
– उपेंद्र यादव, रक्षित निरीक्षक
– सुबेदार प्राची राजपूत
– न्यायालय तकनीकी प्रशिक्षक एवं सीसीटीएनएस टीम
– कुल 55 कोर्ट मोहर्रिर एवं मुंशी, न्यायालयीन स्टाफ सहित उपस्थित रहे।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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