
सीहोर, 28 अप्रैल 2025
एमपी मीडिया पॉइंट
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सूखे कुएं में उतरने से कई तरह की हो सकती हैं दुर्घटनाएं
मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी की एडवाइजरी
सीहोर,28 अप्रैल,2025
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सूखे कुएं में उतरने से हो रही कई तरह की दुर्घटनाएं के संबंध में एडवाइजरी जारी की है। जहरीली गैसों के संपर्क में आना: हाइड्रोजन सल्फाइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड जैसी खतरनाक गैसों की उपस्थिति बेहोशी, घुटन और मृत्यु का कारण बन सकती है। ऑक्सीजन की कमी: सीमित स्थान में ऑक्सीजन का स्तर कम होने से सांस लेने में तकलीफ और बेहोशी हो सकती है।
पानी का अचानक भर जाना
बचाव की स्थिति (बचाव के लिए उठाए जाने वाले कदम): कुएँ में उतरने के पहले लालटेन रस्सी से नीचे डालें यदी लालटेन बुझजाती है तो वहाँ पर ऑक्सीजन की कमी है और वहां ज़हरीली गैसहैं, अतः कुएँ के अंदर ना उतरे यदि कोई व्यक्ति सूखे कुएं में दुर्घटना का शिकार हो जाता है, तो बचाव की स्थिति में कदम उठाए जाने चाहिए।
तत्काल कार्रवाई और सुरक्षा
अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें: बिना उचित प्रशिक्षण और सुरक्षा उपकरणों के कुएं में उतरने का प्रयास न करें। इससे आप भी खतरे में पड़ सकते हैं। तत्काल मदद के लिए कॉल करें: तुरंत आपातकालीन सेवाओं (जैसे पुलिस, अग्निशमन दल, बचाव दल) को सूचित करें। उन्हें दुर्घटना का स्थान और स्थिति की जानकारी दें। क्षेत्र को सुरक्षित करें: कुएं के आसपास के क्षेत्र को खाली कराएं ताकि अन्य लोग खतरे में न पड़ें।
मूल्यांकन और योजना
स्थिति का आकलन करें: यदि संभव हो, तो दूर से या सुरक्षित दूरी से दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की स्थिति का आकलन करें (चेतना, सांस लेना, चोटें)। बचाव योजना बनाएं: आपातकालीन सेवाओं के पहुंचने पर, उनके साथ मिलकर एक सुरक्षित और प्रभावी बचाव योजना तैयार करें।
बचाव कार्य
प्रशिक्षित बचाव दल: बचाव कार्य केवल प्रशिक्षित और उचित उपकरणों से लैस बचाव दल द्वारा ही किया जाना चाहिए। सुरक्षा उपकरण: बचाव दल को उचित व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), श्वास सुरक्षा उपकरण, हार्नेस, रस्सियां और अन्य आवश्यक उपकरणों का उपयोग करना चाहिए। वायुमंडलीय निगरानी: यदि संभव हो, तो कुएं के अंदर के वायुमंडल की निगरानी करें ताकि खतरनाक गैसों या ऑक्सीजन की कमी का पता चल सके। सुरक्षित निष्कर्षण: दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सुरक्षित रूप से कुएं से बाहर निकालने के लिए उचित तकनीकों का उपयोग करें। इसमें रस्सियों, स्ट्रेचर या अन्य बचाव उपकरणों का उपयोग शामिल हो सकता है।
प्राथमिक चिकित्सा और चिकित्सा सहायता
तत्काल प्राथमिक चिकित्सा: कुएं से निकालने के बाद दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तुरंत प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करें। चिकित्सा सहायता: यदि आवश्यक हो, तो उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए अस्पताल ले जाएं।
बचाव के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
धैर्य बनाए रखें: बचाव कार्य में समय लग सकता है। धैर्य बनाए रखें और बचाव दल पर भरोसा रखें। बचाव दल के निर्देशों का पालन करें: बचाव दल के सदस्यों के निर्देशों का सख्ती से पालन करें। अनावश्यक जोखिम न लें: अपनी जान जोखिम में डालकर बचाव करने का प्रयास न करें। संक्षेप में, सूखे कुएं में दुर्घटना होने पर सबसे महत्वपूर्ण कदम तत्काल आपातकालीन सेवाओं को बुलाना और प्रशिक्षित बचाव दल की प्रतीक्षा करना है। अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देना और बचाव दल के निर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सुरक्षित रूप से बचाया जा सके।
जन समुदाय को लू (तापघात) के प्रकोप से बचाव के लिए एडवायजरी
कलेक्टर श्री बालागुरू के.ने सबंधित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये
कलेक्टर ने जन समुदाय को लू से बचाव के साधन अपनाने की सलाह
सीहोर,28 अप्रैल,2025
भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी मौसमी दृष्टिकोण के अनुसार अप्रैल-मई 2025 में तापमान औसत से अधिक होने की संभावना है। इसके कारण अधिकांश भागो में लू (तापघात) की स्थिति निर्मित हो सकती है। जिले में संभावित लू के प्रकोप को गंभीरता से लेते हुए इससे होने वाली क्षति को कम करने के लिए जिला स्तर पर जन समूदाय को लू (तापघात) के प्रकोप से बचाव के लिए आवश्यक सुझाव तथा निर्देश जारी किये गये है। इस संबध में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने गत दिवस सभी संबंधित विभागों को आवश्यक व्यवस्थाएं और प्रकोप से बचाव के निर्देश जारी किये है।
इस संबंध में कलेक्टर श्री बालागुरू के.द्वारा गत दिवस जन समुदाय को लू (तापघात) के प्रकोप से प्रभाव, लक्षण एवं प्राथमिक उपचार के लिए दिशा निर्देशानुसार सूर्य दाह ताप के कारण शारीरिक ऐठन (Heat Cramp) लक्षण त्वचा पर लाल चकता, सूजन, फफोले, बुखार, सिरदर्द आदि पैरो, पेट की मांसपेसियों अथवा शरीर के बाहरी भागों में तकलीफदेह ऐंठन, अत्यधिक पसीना आना इसके लिए प्राथमिक उपचार प्रभावित को बार-बार नहलाए। यदि फफोले निकल आएं हो तो स्टरलाइज/ ड्रेसिंग करें। चिकित्सक का परामर्श ले। प्रभावित को छायादार स्थल पर तत्काल ले जाए। ऐठन वाले शरीर के भाग को जोर से दबाए तथा धीरे- धीरे सहलाएं। प्रभावित को शीतल जल, छाछ अथवा पना पिलाएं। यदि उकबाई आ रही हो, तो शीतल पेय पिलाना बंद कर दें तथा तत्काल नजदीकी चिकित्सा केन्द्र पर ले जाएं।
लू (तापघात) के प्रकोप से प्रभाव अत्यधिक थकावट एवं शारीरिक खिचाव(Heat Exhaustion)
ताप-दाह (Heat Stroke) अत्यधिक पसीना आना, होना महसूस कमजोरी शरीर ठंडा होना तथा पीला पड़ जाना, सिर दर्द, नब्ज कमजोर पड़ जाना, मूर्छित हो जाना, उल्टी आना, अत्यधिक बुखार, अत्यधिक गर्म एवं सूखी. त्वचा, तेज नब्ज बेहोशी हो सकती है। प्रभावित. व्यक्ति को पसीना नहीं आएगा। इन सभी के लिए प्राथमिक उपचार के लिए प्रभावित को छायादार स्थल पर लिटा कर शरीर पर ठंडा एव गीले कपडे से स्पंजिंग करें। संभव हो तो उन्हें वातानकूलित कमरे में ले जाए। प्रभावित को शीतल जल, छाछ अथवा पना पिलाए। उनके शरीर पर ठंडा एवं गीले कपड़े से स्पंजिंग करें। यदि उनकाई आ रही हो, तो शीतल पेय पिलाना बंद कर दे तथा प्रभावित व्यक्ति को तत्काल नजदीकी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र पर ले जाएं।
लू (तापघात) से बचाव के लिए सावधानियां
पानी, छाछ, ओ.आर.एस. का घोल या घर में बने पेय जैसे लस्सी, नीबू पानी, आम का पना इत्यादि का सेवन कर तरो-ताजा रहें। यथा संभव दोपहर 12 से 03 बजे धूप में बाहर निकलने से बचें। धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें। कपड़े, टोपी अथवा छतरी का उपयोग करें। धूप में निकलने के पूर्व तरल पदार्थ का सेवन करें। पानी हमेशा साथ रखें। शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें।सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहनें। सिंथेटिक एवं गहरे रंग के वस्त्र पहनने से बचें। अत्यधिक गर्मी होने की स्थिति में ठंडे पानी से शरीर को पोछे या कई बार स्नान करें। धूप तथा गर्म हवाओं के संपर्क के तुरंत बाद स्नान न करें। गरिष्ठ, वसायुक्त, ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन तथा अल्कोहल, चाय, काफी जैसे पेय पदार्थ का उपयोग कम से कम करें।
ई-केवायसी 30 अप्रैल तक अनिवार्य, रूप से करायें
“मेरा ई-केवायसी ऐप” से पात्र हितग्राही खुद कर सकते हैं ई-केवायसी
सीहोर,28 अप्रैल,2025
राशन लेने वाले सभी लाभार्थियों के लिए ई-केवायसी अनिवार्य कर दिया गया है। ई-केवायसी प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए 30 अप्रैल तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। कोई लाभार्थी 30 अप्रैल तक अपयह बात खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कही और कहा कि हितग्राही 30 अप्रैल तक ई-केवायसी जरूर करायें।
राशन लेने वाले सभी लाभार्थियों की सुविधा के लिए “मेरा ई-केवायसी” नामक मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है। इस ऐप के माध्यम से कोई भी लाभार्थी, चाहे वह वृद्ध, दिव्यांग या सामान्य व्यक्ति हो, घर बैठे अपनी और अपने परिजनों की ई-केवायसी कर सकता है। इसके लिए लाभार्थियों को अपने आधार नंबर और ओटीपी की आवश्यकता होगी। सभी राशन लाभार्थियों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द अपनी और अपने परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवायसी पूरी करवा लें। यह प्रक्रिया समय पर पूरी करना बहुत जरूरी है ताकि मई से राशन वितरण में रुकावट नहीं आए।
ई-केवायसी शिविरों का आयोजन
राशन लेने वाले हितग्राहियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर जिले के गांव और वार्ड स्तर पर ई-केवायसी शिविर लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों में पीओएस मशीन के जरिए हितग्राहियों की अंगूठा लगाकर ई-केवायसी की जा रही है। शिविर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत राशन वितरण की प्रक्रिया को सुचारु और पारदर्शी बनाने के लिए आयोजित किए जा रहे हैं। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। टीम घर-घर जाकर इन लोगों की ई-केवायसी कर रही है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।
अगले आठ दिनों जिले में लगेंगे उन्नत कृषि पर केंद्रित मेले
सौर ऊर्जा से अब किसान होंगे बिजली में आत्मनिर्भर
सीहोर,28 अप्रैल,2025
अगले 8 दिनों में जिले में उन्नत कृषि पर केंद्रित मेले आयोजित किए जाएंगे। किसानों की आय में वृद्धि के उद्देश्य से यह मेले उन्नत तकनीक और बीज, आधुनिकतम उपकरणों व अन्य संसाधनों, शासन की योजनाओं की जानकारी के साथ कृषि उद्यानिकी आदि के बेहतर प्रबंधन पर केंद्रित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों से सौर पंप संचालन के लिए कुसुम सी योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने का आहवान भी किया।
वर्तमान में बिजली के बिना खेती संभव नहीं है। राज्य सरकार कृषकों को बिजली में आत्मनिर्भर करने जा रही है। किसान अपनी बिजली स्वयं बनाएं, इस उद्देश्य से कुसुम सी योजना का व्यापक क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। किसानों को बिजली सब्सिडी के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। यह एक तरह से किसान के जीवन में सरकार की ओर से बड़ी मदद होती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कृषि पंपों को सौर ऊर्जा से चलाने के लिए सौर पंप स्थापित करने में किसानों को सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। सौर पंप की कीमत की दस प्रतिशत राशि से बुकिंग के लिए पंजीयन खोला गया है। तीन हॉर्स पॉवर तक के सौर पंपों का पंजीयन आरंभ किया गया है। इसी प्रकार 5 लाख रुपए तक के पंप के लिए किसान से मात्र 50 हजार रुपए लेकर बाकी 4 लाख 50 हजार रुपए की सरकार द्वारा गारंटी लेकर किसानों को पंप उपलब्ध कराया जाएगा।
राज्य सरकार इस योजना में लगभग एक लाख किसानों का पंजीयन करने जा रही है। पूर्व में भी कृषकों द्वारा योजना में पंजीयन कराया गया था। पूर्व में हुए पंजीयन के प्रकरणों में पहले पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। उसके बाद नवीन पंजीकृत कृषकों को पंप उपलब्ध होंगे। इस योजना से किसान बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होंगे और उनकी प्रगति के द्वार खुलेंगे। किसानों की बेहतरी के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यार्थियों द्वारा निर्धारित कक्षओं में अपना नामांकन दर्ज करवा चुके
सीहोर,28 अप्रैल,2025
शैक्षणिक सत्र 2025-26 में अब तक कक्षा एक से 12वीं तक विद्यार्थी निर्धारित कक्षाओं में अपना नामांकन दर्ज करवा चुके हैं। वहीं कक्षा 5 उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी कक्षा में 6 में तथा कक्षा 8 उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी कक्षा 9 में प्रवेश ले चुके हैं। कक्षा एक से 8वीं तक एवं कक्षा 9 से 12वीं में विद्यार्थी अभी तक नये शैक्षणिक सत्र वर्ष 2025-26 में प्रवेश ले चुके हैं। एक अप्रैल से शुरू हुए नये शैक्षणिक सत्र में बच्चों का कक्षा एक में प्रवेश हो चुका है। पिछले वर्ष तक स्कूल चलें हम अभियान का संचालन जून माह में किया जाता था जिसे इस वर्ष मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में एक अप्रैल से ही संचालित किया गया है।
एज्युकेशन पोर्टल 3.0 से मॉनिटरिंग
स्कूल चलें हम अभियान के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विद्यार्थियों के नामांकन के लिए एज्युकेशन पोर्टल 3.0 का एक अप्रैल को लोकार्पण किया था। पोर्टल के माध्यम से शालाओं में कक्षावार नामांकन की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। नामांकन का कार्य सतत प्रगति पर है तथा अधिकांश चिन्हित बच्चे निर्धारित कक्षाओं में प्रवेश ले रहे हैं।
कक्षा एक में प्रवेश योग्य बच्चों की सूची की उपलब्धता से सहजता
इस वर्ष समय डेटा के आधार पर कक्षा एक में प्रवेश के लिये योग्य बच्चों की ग्राम और वार्ड वार सूची भी शिक्षकों को पहले से ही उपलब्ध कराई गई है। जिससे शिक्षकों के द्वारा इन बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर शाला प्रवेश कार्य में सुविधा हो रही है।
परीक्षा परिणामों की समयबध्द घोषणा
प्रदेश में परीक्षा परिणामों की समयबद्ध घोषणा माह अप्रैल में ही की गई है। इस वजह से आशाजनक कक्षावार नामांकन का एक प्रमुख कारण यह भी है। प्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड पैटर्न परीक्षाओं के अलावा अन्य सभी कक्षाओं की स्थानीय परीक्षाओं और कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड पेटर्न परीक्षाओं के परिणाम भी इस वर्ष मार्च अंत तक घोषित किये जा चुके हैं, जिससे विद्यार्थियों के द्वारा आगामी कक्षाओं में समय से प्रवेश लिया जा रहा है।
निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण
स्कूल शिक्षा विभाग ने इस वर्ष नवीन सत्रारंभ की पूर्व तैयारी इस प्रकार की जिसमें प्रथम दिवस एक अप्रैल से ही कक्षा शिक्षण में कोई कठिनाई नहीं हुई। इस के लिये योजना तैयार कर एक अप्रैल के पहले ही नवीन सत्र की पाठ्य पुस्तकें विद्यालयों तक पहुंचाई गई। निःशुल्क पाठ्य पुस्तक का वितरण इस वर्ष एक अप्रैल से ही प्रारंभ हुआ। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस सत्र में निःशुल्क गणवेश एवं निःशुल्क साईकिल वितरण भी जुलाई माह तक पूर्ण करने का कार्यक्रम तैयार किया गया है।
सामाजिक न्याय में अनुदान आंवटन प्रक्रिया को बनाया गया पूर्ण पारदर्शी
ऑनलाइन होगी आवेदन पत्रों की स्वीकृति या अस्वीकृति
सीहोर,28 अप्रैल,2025
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण विभाग से संबंधी सभी शासकीय और मान्यता प्राप्त अशासकीय संस्थाएँ वित्तीय वर्ष 2025-26 के अनुदान प्रदान करने की प्रक्रिया को पूर्णत: पारदर्शी बनाया गया है। अब संस्थाएँ ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकेंगे।
प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण ने कहा कि विभाग द्वारा शासकीय और अशासकीय मान्यता प्राप्त संस्थाओं, जिला दिव्यांगजन पुनर्वास केन्द्र को अनुदान के आवेदन की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है। यह संस्थाएँ विभागीय पोर्टल पर अपनी संस्था की सम्पूर्ण जानकारी सहित मांग पत्र जिला कार्यालय को प्रेषित करेंगी। जिला कार्यालयों द्वारा स्वीकृति और अस्वीकृति पोर्टल पर दर्ज करनी होगी। जिला स्तर पर आवंटन की अनुपलब्धता की स्थिति में अनुशंसा सहित मांग पत्र संचालनालय को प्रेषित किया जाएगा। संस्थाओं को प्रति माह किए गये व्यय की जानकारी भी विभागीय पोर्टल पर दर्ज करानी होगी।
ई-उपार्जन पोर्टल पर तुअर फसल पंजीयन की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ाई गई
सीहोर,28 अप्रैल,2025
भारत सरकार की प्राईस सपोर्ट स्कीम अन्तर्गत ई-उपार्जन पोर्टल पर पूर्व में 25 मार्च से 20 अप्रैल 2025 तक जिले में तुअर फसल का पंजीयन के लिए नियत की गई थी। कृषक हित को ध्यान में रखकर शासन द्वारा पंजीयन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2025 निर्धारित की गई है।
उप संचालक किसान कल्याण तथा विकास श्री केके पाण्डे ने बताया कि जिन किसान भाईयों ने चना एवं मसूर की बुवाई की हो पंजीयन की कार्यवाही कार्यालयीन समयानुसार (शासकीय अवकाश दिवसों को छोड़कर) पंजीयन के लिए निर्धारित लिंक में जाकर स्वयं के मोबाईल सेट, कम्प्यूटर तथा ग्राम पंचायत/जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय के सुविधा केन्द्रों और सहकारी, विपणन समिति द्वारा संचालित केन्द्रों अथवा एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेन्टर कियोस्क, लोक सेवा केन्द्रों, साइबर कैफे पर पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज (भू-स्वामियों के लिये भूमि संबंधी दस्तावेज, आधार कार्ड, आधार नम्बर से पंजीकृत मोबाईल नम्बर एवं अन्य फोटो पहचान पत्र तथा सिकमी एवं वन पट्टाधारी किसान वनाधिकारी पट्टाधारी/सिकमीदार को आधार कार्ड, आधार नम्बर से पंजीकृत मोबाईल नम्बर एवं वनपट्टा एवं सिकमी अनुबंध की प्रति) के माध्यम से करवा सकते हैं। किसान भाई ध्यान देवें कि उपार्जित फसल का भुगतान उनके आधार नम्बर से लिंक बैंक खाते में सीधे किया जावेगा। किसान भाई अपने आधार नम्बर से बैंक खाता तथा मोबाईल नम्बर लिंक कराकर उसे अपडेट रखें ताकि भविष्य में असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री कल्याणी विवाह सहायता योजना के आवेदन प्रक्रिया हुई ऑनलाइन
सीहोर,28 अप्रैल,2025
मुख्यमंत्री कल्याणी विवाह सहायता योजना के आवेदन प्रक्रिया को ऑनलाइन कर आसान बना दिया गया है। कल्याणी महिला (विधवा महिला) सामाजिक न्याय दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के विवाह पोर्टल https://vivahportal.mp.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकती है। प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण सशक्तिकरण ने बताया कि प्रदेश में निवासरत कल्याणी बहनों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से वर्ष 2018 से मुख्यमंत्री कल्याणी विवाह सहायता योजना संचालित की जा रही है।
योजना में कल्याणी बहनों को विवाह उपरांत 2 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। विभाग द्वारा योजनांतर्गत आवेदन प्रक्रिया को आसान बनाया गया है। इच्छुक हितग्राही https://vivahportal.mp.gov.in पर पब्लिक डोमेन से ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। उन्होंने बताया कि विवाह पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन के लिये समग्र पोर्टल पर जानकारी अपडेट होना आवश्यक है। आवेदिका एवं उसके पति का आधार ई-केवायसी समग्र पोर्टल पर होना अनिवार्य है, समग्र पोर्टल पर वैवाहिक स्थिति विवाहित होना अनिवार्य है, 8 अंको की समग्र परिवार आईडी एक ही होना अनिवार्य है।
जिला अधिकारी ऑनलाइन प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण कर 30 दिवस में अनिवार्य रूप से निराकरण करेंगे। अनावश्यक रूप से आवेदन लंबित रखने पर संबंधित अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई की जा सकती है। प्रमुख सचिव ने स्पष्ट किया कि जिला कार्यालय में सीधे आवेदन (ऑफलाइन) लेने ने मना नहीं किया जायेगा। जिला कार्यालय स्वयं पोर्टल पर लॉगइन कर आवेदन को ऑनलाइन प्रक्रिया में शामिल कर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के आवेदन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल निर्धारित
सीहोर,28 अप्रैल,2025
अनुसूचित जनजाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजनांतर्गत एमपीटीएएएससी (MPTAASC) पोर्टल पर पीएमएस मॉडयूल अन्तर्गत अनुसचित जनजाति वर्ग विद्यार्थियों के शैक्षणिक सत्र 2023-24 एवं 2024-25 के नवीन एवं नवीनीकरण आवेदन करने की अंतिम तिथि अब 30 अप्रैल 2025 तक निर्धारित की गई है। जिला संयोजक, जनजातीय कार्य विभाग ने बताया जिले की समस्त शैक्षणिक संस्थायें सत्र 2023-24 एवं 2024-25 पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति नवीन एवं नवीनीकरण आवेदन 30 अप्रैल तक अनिवार्य रूप से जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों से पोर्टल पर आवेदन कराना सुनिश्चित करें। यदि निर्धारित समय-सीमा के बाद कोई भी विद्यार्थी आवेदन करने से छूट जाता है। इसकी सम्पूर्ण जवाबदारी संस्था, विद्यार्थी की होगी।
बिजली उपभोक्तओं के लिए टैरिफ परिवर्तन कराना हुआ आसान
ऑनलाइन आवेदन करके बदल सकते हैं टैरिफ
सीहोर,28 अप्रैल,2025
अब बिजली उपभोक्ता आसानी से अपने विद्युत कनेक्शन का टैरिफ बदल सकते हैं। इसके लिए उन्हें बिजली कंपनी के दफ्तर में जाने की आवश्यकता नहीं है। अब मध्य क्षेत्र विदयुत वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं को ऑनलाइन टैरिफ परिवर्तन का विकल्प उपलब्ध करा दिया गया है। इसके लिए उपभोक्ताओं को “सरल संयोजन पोर्टल” के माध्यम से आवेदन करना होगा।
कंपनी की वेबसाइट portal.mpcz.in पर Lt New Connection (Saral Sanyojan Portal) के अंतर्गत Other Useful link में Apply For Other Service (Saral Sanyojan) में Tariff Change की सुविधा उपलब्ध है। उपभोक्ता अपने उपभोक्ता क्रमांक की प्रविष्टि कर वर्तमान कनेक्शन संबंधी विवरण देखकर टैरिफ परिवर्तन हेतु आवश्यक टैरिफ का चयन करेंगे। इस दौरान आवेदन के दस्तावेज, पहचान पत्र, डीआईसी सर्टिफिकेट (आद्योगिक श्रेणी हेतु) एवं संयोजित भार का विवरण अपलोड किया जाएगा।
कंपनी ने कहा है कि घरेलू उपभोक्ता एवं सिंगल फेज गैर घरेलू उपभोक्ता को घोषणा पत्र एवं उपरोक्त के अलावा बाकी उपभोक्ता द्वारा एग्रीमेंट की शर्तों को अपने मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी को पोर्टल पर डालकर स्वीकार किया जाएगा। इसके बाद ही उपभोक्ता को यदि सप्लाई अफोर्डिंग चार्जेस के अंतर की राशि यदि भुगतान योग्य होगी तो भुगतान करना होगा। उपभोक्ता अपने आवेदन की स्थिति आवेदन क्रमांक अथवा मोबाइल नंबर से पता कर सकते हैं। उपभोक्ता द्वारा दी गई जानकारी का सत्यापन करने बाद आवेदन निरस्त या अग्रेषित किया जाएगा। आवेदन निरस्त होने या श्रेणी परिवर्तन होने पर उपभोक्ता को एक एसएमएस से जानकारी भी दी जाएगी।