सीहोर: सीहोर से भाजपा की तीन सीटें गायब, – राजेश शर्मा
विधानसभा चुनाव विशेष
सीहोर से भाजपा की तीन सीटें गायब,
सहमी-सहमी भाजपा सदमे मे,
पराजय की की कगार पर,
चम्मचों का चमत्कार
राजेश शर्मा
गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है कि ” है अर्जुन हर मनुष्य अपने कर्मों को ही भुगतता है। ”
मतदान से पहले चंद घंटों मे कर्म का फल आने वाला है, मतदान करने मतदाता तैयार है. शासन की गुजारिश की वजह से या लोकतान्त्रिक प्रणाली की हिफाजत की वज़ह से.
अगर बात की जाए मुख्यमंत्री के सीहोर जिले की तो तीन सीटें नदारद
है, सत्ता के खउए काबिज़ हो गए गरीबों पर , देखा नजदीकी नज़र से मतदाताओं ने.
एक कोई जिसका नाम बताया जा रहा सुदेश राय फिर से भाजपा प्रत्याशी है!
अब बात की जाे्र से तो इछावर की
यहां भी बदलाव का माहौल है अन्दरुनी हालात बेकार है. अंतिम समय में पैसा या शराब बांटने से कोई फर्क नहीं पड़ता! कह सकता हुं कि इछावर में भाजपा नाजुक हालत में है.
बात कांग्रेस प्रत्याशी शैलेन्द्र पटेल की Soft तो उन्होने युवा मतदाओं के बीच पकड़ बनाई है और यही उनकी जीत का कारण होंगे. उन्होंने महिला एवं बेटियों का दिल भी जीता यानि घर-घर में प्रवेश.
बात सीहोर की जाए तो वहां भी भाजपा की हालत खस्ता है. ‘वही औजार” वितरित किए जा रहे हैं जो जंग खाए हुए हैं. दाआष्टा भी गई काम दारु, मुर्गा, मदिरालय जीत के रास्ते नहीं होते……महाशय हमने 5 वर्ष में क्या किया इसका आडिट जनता करती है. और बेहद सावधानी से ईवीएम मशी
अगर बात की जाए आष्टा की तो वहां भी कमल का फूल मुरझा चुका है, हां मानव रुपी कमल (पंजा) खिला नज़र आ रहा है.
हम वापस इछावर में आते हैं जहां पूर्व मंत्री , वर्तमान विधायक करणसिंह वर्मा फूल से पंजा लड़ा रहे है पंजें की मेहनत से ही फूल खिलते है माननीय यह बात आप के छर्रे आपकी जहन में क्यों नहीं डालते?
आप अपने वालों से छले गए या अपनी करनी से यह तो खुदा ही जानता है…. लेकिन हॉकी/क्रिकेट के खिलाड़ी जिनका नाम लिखूंगा तो स्पेस कम पड़ जाएंगी. वे सब समय रहते सन्यास के कारण पहचाने जा रहे हैं
रही बात हमारे सर्वे की तो मध्यप्रदेश में करीब 137 से भाजपा को पंजा मार रहा है ो
(बाकी जनता जनार्दन है)