Blog

पुलिस थाना सिद्दीकगंज की सक्रियता एवं तत्काल कार्यवाही से 10 घंटे में तीन नाबालिक बच्चों को इंदौर से दस्तयाब कर परिजनों को सुपुर्द किया

जिला सीहोर मध्यप्रदेश 

एमपी मीडिया पॉइंट

 पुलिस थाना सिद्दीकगंज की सक्रियता एवं तत्काल कार्यवाही से 10 घंटे में तीन नाबालिक बच्चों को इंदौर से दस्तयाब कर परिजनों को सुपुर्द किया

 

पुलिस अधीक्षक महोदय दीपक कुमार शुक्ला द्वारा जिले में गुमशुदा बच्चों को दस्तयाब करने हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है इसी दौरान दिनांक 29/01/25 को थाना सिद्दीकगंज में फरियादी द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि जिसके नाबालिक लड़का उम्र 12 साल व लड़की उम्र 10 साल व पड़ोस में रहने वाली नाबालिक लड़की उम्र 13 साल दिनांक 28.01.2025 से घर नही आये कोई अज्ञात व्यक्ति मेरे बच्चों को ले गया है।

घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सीहोर दीपक कुमार शुक्ला के निर्देशानुसार प्रभारी पुलिस अधीक्षक डॉ.नीरज चौरसिया के मार्गदर्शन में आकाश अमलकर एस.डी.ओ.पी. आष्टा के नेतृत्व में तीन टीम गठित की गई जिस पर थाना प्रभारी आष्टा श्री गिरिश दुबे एंव थाना प्रभारी अजाक सीहोर श्री अंसार उलहक व थाना प्रभारी सिद्दीकगंज उनि सूरज परिहार के नेतृत्व में तीनों नाबालिक बच्चों को देवगुराड़िया इंदौर से दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द किया गया जिसमें अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

Related Articles

Back to top button