मैले में भटके होते तो कोई घर पहुंचा देता,
हम तो घर में भटके है, ना जानें कब ठोर ठिकाने आयेंगे।
दुष्यंत कुमार की यह मौजू पंक्तियां सीहोर पुलिस प्रशासन को लेकर सत्य साबित हो रही हैं।
बात यह है कि……
राजेश मांझी सीहोर, एमपी मीडिया पॉइंट
मामला बड़ा है पुलिस अपना पुलिसिया अंदाज़ बताने में मशहूर है!
मनमानी तो जिलों में इनकी मशहूर है ।
न जाने किन इशारों या प्रलोभन के चलते कार्रवाई करने से कतरा रही है ।
जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी में गल्ला व्यापारी रवि खंडेलवाल (खंडेलवाल इंटरप्राइजेज) ने मंडी थाने में आवेदन देकर ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। बता दें कि रवि खंडेलवाल ने 18 सितंबर को मंडी थाने में आवेदन दिया था। कई चक्कर लगाने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। मजबूरन बुधवार को गल्ला व्यापारी ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया है। पुलिस थाना प्रभारी को दिए आवेदन में बताया कि खंडेलवाल इंटर प्राइजेज सीहोर द्वारा शिव ट्रेनिंग, इंदौर प्रो. ललित सिंह आ.
सुमेर सिंह निवासी इंदौर, स्थाई पता सुमेर सिंह, अहमदाबासद गुजरात को 12 अगस्त से फिल्टर गेहूं लिया गया था। खंडेलवाल इंटर प्राइजेज द्वारा 12 अगस्त, 31 अगस्त, 5 सितंबर और 10 सितंबर को फिल्टर गेहूं भेजा गया था. भेजे गए गेहूं के बदले शिव ट्रेडिंग कंपनी द्वारा 12 अगस्त की गाड़ी का भुगतान 16 अगस्त को प्राप्त हुआ, जबकि 31 अगस्त की गाड़ी का भुगतान 5 व 6 सितंबर को प्राप्त हुआ थाण् वहीं 5 सितंबर और 10 सितंबर को ट्रकों के माध्यम से भेजे गए गेहूं का भुगतान अब तक प्राप्त नहीं हो सका है।