जल से जहान है

“जल से जहान है” : ऐसे हुआ ग्राम बिशनखेड़ी का जलसंकट दूर

जलसंकट का निदान

“जल से जहान है” : ऐसे हुआ ग्राम बिशनखेड़ी का जलसंकट दूर

सीहोर, 24 मार्च, 2025

गत दिवस एक समाचार पत्र में इछावर विकासखण्ड के ग्राम बिशनखेडी में जलस्तर गिरने से हैण्डपम्पों के बन्द होने का समाचार प्रकाशित हुआ था। पीएचई विभाग के जिलाधिकारी प्रदीप सक्सेना ने इस बारे में वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि पीएचई विभाग के अधिकारियों द्वारा ग्राम बिशनखेड़ी का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया, कि ग्राम की बसाहट अनुसूचित जाति मोहल्ले में पेयजल की समस्या है, जिसके निराकरण के लिए विभाग द्वारा ग्राम के अनुसूचित जाति मोहल्ले में सामुदायिक भवन के पास एक नवीन नलकूप खनन कराया गया है। इस नलकूप से बसाहट में निवासरत 50 से 60 परिवारों को पानी के संकट का निदान कराया जा सकेगा।

ग्राम बिशनखेडी की वर्तमान आबादी लगभग 2100 है, तथा गांव में 20 हैंडपंप हैं। इन 20 हैंडपंपों में से 13 हैंडपंप चालू है एवं पेयजल प्रदाय कर रहे है। ग्राम के अधिकांश घरों में निजी स्त्रोत है, जिनसे भी ग्रामवासी पेयजल प्राप्त कर रहे है। पेयजल संकट से निपटने के लिये विभाग द्वारा कहीं भी कोई कौर-कसर बाकी नहीं रखी जा रही है।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी
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