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मां नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त करना हम सब का सामूहिक दायित्व है। — विक्रम मस्ताल शर्मा

यात्रा- मां नर्मदा परिक्रमा

मां नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त करना हम सब का सामूहिक दायित्व है।
— विक्रम मस्ताल शर्मा 

सीहोर, 10 नवंबर 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

लगभग 3000 किलोमीटर से अधिक की पैदल मां नर्मदा परिक्रमा पर निकले प्रदेश कांग्रेस सचिव विक्रम मस्ताल शर्मा का परिक्रमा मार्ग में अंजड नरग पहुंचने पर स्थानीय नागरिकों द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया।

विक्रम मस्ताल शर्मा माया नगरी मुंबई में एक कामयाब कलाकार के रूप में कई वेब सीरीज एवं टीवी धारावाहिक में विभिन्न भूमिका निभाते हुए अपनी अभिनय प्रतिभा दिखा चुके हैं।
आनंद सागर द्वारा निर्मित टीवी सीरियल रामायण में हनुमान जी का प्रभावी किरदार निभाते हुए उन्होंने फिल्मी दुनिया में काफी प्रसिद्धि प्राप्त की।
परंतु मां नर्मदा के प्रति उनका लगाव उन्हें वापस अपनी मिट्टी की ओर आकर्षित करता रहा, वर्तमान समय में मानव निर्मित प्रदूषण से व्यथित मां नर्मदा की दशा से द्रवित होकर नर्मदा तट से लगे हुये अपने पैतृक गांव सलकनपुर के समीप इटावा को ही अपनी कर्मस्थली बना लिया।
इसी तारतम्य में मां नर्मदा की पैदल परिक्रमा पारंपरिक रीति रिवाज के साथ करने का संकल्प लेकर ओंकारेश्वर से परिक्रमा प्रारंभ की।
परिक्रमा में मार्ग में अंजड पहुंचने पर ब्लॉक कांग्रेस अंजड़ के अध्यक्ष सुनील पाटीदार एवं साथियों द्वारा विक्रम मस्ताल शर्मा का आत्मीय स्वागत किया।
इस अवसर पर विक्रम शर्मा ने कहा कि मां नर्मदा को प्रदूषण से बचाना हम सब की जिम्मेदारी है। सरकार को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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