समस्या

इछावर : कालापीपल पंचायत में ग्रामीण हो रहे योजनाओं के लाभ से वंचित, कुटीर के लिए काट रहे चक्कर

हक के लिए हालाकान ग्रामीण..

कालापीपल पंचायत में ग्रामीण हो रहे योजनाओं के लाभ से वंचित, कुटीर के लिए काट रहे चक्कर
साफ-सफाई में भी गांव फिसड्डी…

इछावर, एमपी मीडिया पॉइंट

इछावर ब्लॉक की ग्राम पंचायत कालापीपल में कई ग्रामीण सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभ से वंचित है। ग्रामीणों का कहना है कि शासन तो गांव के उद्धार के लिए कई जनकल्याण कारी योजनाएं संचालित कर रहा है लेकिन फील्ड में उनका क्रियांवयन ठीक से नहीं हो पा रहा। साफ-सफाई के मामले में भी कालापीपल गांव फसड्डी साबित हो रहा है। पंचायत भवन के सामने ही रदंग्गा लगा रहता है।

इछावर ब्लॉक के ग्राम कालापीपल जिसकी आबादी 2 हजार 400 से अधिक है वहां के ग्रामीण शासन की विभिन्‍न योजनाओं से वंचित है। कुछ ग्रामीण बताते हैं कि हमें हमारे हितार्थ जारी योजनाओं की जानकारी तक नहीं दी जाती।

मीडिया को अपनी समस्याओं से अवगत कराते ग्रामीण

यह बोले ग्रामीण…

ग्रामीणों ने कहा- हमे जानबूझकर लाभ से किया जा रहा वंचित..

ग्रामीणों तेजसिंह पिता रामलाल वर्मा, जयसिंह पिता काशीराम वर्मा, मनोहर पिता रामलाल, महेंद्र टेलर पिता श्यामलाल, नीरज पिता तेजसिंह आदि ने बताया कि हम जैसे कई ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ से वंचित हैं।

अपनी उक्त समस्या लेकर जब पंचायतकर्मियों से संपर्क करते हैं तो कहीं जाबकार्ड, तो कहीं आधार कार्ड में त्रुटि का बहाना बना देते हैं। इसी वजह से हमे अब तक कुटीर नहीं मिली अल्लबत्ता रेत-गिट्टी,ईंट आदि मटेरियल का इंतजाम करने में हमारा जेब से पैसा खर्च हो गया। नतीजतन हम लोग हक के लिए हालाकान हैं।
अब आलम यह कि हम “इधर के रहे ना उधर के ……../

कालापीपल के अंदरूनी हालात

कालापीपल गांव के अंदरुनी हालातों के बारे में ग्रामीण बताते हैं कि , हालांकि सबकुछ प्रयास किए गए लेकिन इसके बावजूद भी गांव की स्थिति जस की तस बनी हुई है। गांव की गलियां और चौबारे गंदगी से सने हुए हैं यहां तक कि पंचायत भवन के ठीक सामने ही गंदा पानी, कुड़े-करकट का ढेर लगा हुआ है। विभागीय उच्चाधिकारियों से मांग है कि हमे मूलभूत समस्याओं से निजात दिलाते हुए हमें योजनाओं का भी लाभ दिलाया जाए क्योंकि हम पात्र हैं।
जानकारी के लिए एमपी मिडिया पॉइंट की टीम शुक्रवार 25 अप्रैल दोपहर जब कार्यालय ग्राम पंचायत कालापीपल पहुंची तो वहां सिर्फ रोजगार सहायक जगदीश वर्मा मौजूद थे।
पूछने पर उन्होने ने बताया कि सचिव जमील खान आवास योजना के काम से जनपद आफिस इछावर गए हैं।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी
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