
इछावर ब्लॉक की ग्राम पंचायत खजूरियाघेंघी के हाल बेहाल, अवैध अतिक्रमणों से सनी गांव की धरा, भ्रष्टाचार का बोलबाला, गांव के लिए अमंगलकारी बना मांगलिक भवन…
इछावर, 23 जून 2025
एमपी मीडिया पॉइंट
तहसील मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ग्राम खजूरियाघेंघी। एक ऐसे समय पर जब समूचा सूबा प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है तब इस गांव के अंदरुनी हालात बद से बदतर बने हुए हैं। पूरी ग्राम पंचायत भ्रष्टाचार, लापरवाही,मनमानी एवं शासन की अनदेखी के आग़ोश में समायी हुई है। तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं पंचायत की कलाकारी का शिकार बनकर रह गई हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि शा.माध्यमिक शाला,ग्राम पंचायत,शा. उचित मूल्य की दुकान एवं आंगनबाड़ी केंद्र एक ही जगह से संचालित हो रहे हैं। जबकि शासन ने अलग-अलग स्थान के लिए फंड भेजे थे जिसे पंचायत वाले डकार गए। यही नहीं , इस भवन के पास शासकीय जमीन भी है जिस पर गांव के ही गुलाब सिंह मेवाड़ा नामक व्यक्ति ने अतिक्रमण कर मकान बना लिया है।
हास्यास्पद बात यह है कि सभी विभाग के मुखिया सरकारी सामानों को या तो अंयत्र बेच देते हैं या फिर खुद के घरों में ले जाकर उपयोग करते हैं। इछावर थाने में जाकर चोरी की झूठी रिपोर्ट कर देते हैं और बरी उर ज़िम्मा हो जाते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल के पेयजल टंकी को आरटीसी कंपनी सीहोर द्वारा प्रदायित करायी गई थी वह भी गायब है।
साथ ही बाथरुम बनवाया गया था जिसे भी तोडफोड़ दिया गया। मध्याह्न भोजन में भी ग्रामीणजनों को कुछ “दाल में काला” नज़र आ रहा है। लेकिन संबंधित विभाग को दिखाई नहीं दे रहा।
धार्मिक स्थल भी निशाने पर
खजूरियाघेंघी निवासी रामसिंह आत्मज हरीसिंह बताते हैं कि गांव में एक शासकीय भूमि है जिसपर एक मंदिर, एक कुण्डी एवं एक देवस्थान बना हुआ है उस भूमि पर भी गांव के ही मनोहर,जैपालसिंह एवं गजराजसिंह आ. देवीसिंह ने अवैध रुप से अतिक्रमण कर रखा है। लोगों ने रोड पर घूड़े लगा रखे हैं। शासकीय रोड की नाली को पूर दिया गया है। सपीलें बना रखी हैं। इसी वजह से 12 महिने ही रोड पर गंदा पानी भरा रहता है। जो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। ग्रामीण रामसिंह बताते हैं कि मेरे द्वारा उक्ताशय की शिकायत भी गत 16 जून 2025 को इछावर तहसील कार्यालय पहुंचकर की गई लेकिन कोई नतीजा़ नहीं निकला। मेरे द्वारा ग्राम पंचायत के सचिव एवं सरपंच को भी उक्त परेशानी से अवगत कराया गया लेकिन उनने भी कुछ नहीं किया।
ग्रामीण बताते हैं कि गांव के अंदर और बाहर शासकीय जमीन पर काफी अवैध अतिक्रमण हैं। गांव में मवेशियों के चरने वाली जमीन (गौहा) तक गायब है। आखिर बेजुंबा मवेशी किससे, कैसे शिकायत करें ? भूख मिटाने अपना पेट भरने वे जहां जाती हैं वहीं प्रताड़ना का शिकार हो रहीं हैं।
ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन प्रभावी कार्रवाई करते हुए शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराए साथ ही दोषी व्यक्तियों एवं कर्मचारियों पर भी ठोस कार्रवाई करें।
यह कहते हैं कर्ताधर्ता
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मेरे पास खजूरियाघेंघी के ग्रामीण रामसिंह का आवेदन आया था जिसे मेनें दूसरे ही दिन तहसील कार्यालय को सौंपते हुए आगे बड़ा दिया था।
अमरजीत सिंह,
पटवारी, तहसील इछावर
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मुझे इस प्रकार का अभी तक कोई शिकायत/आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।
मिलने के उपरांत उचित कार्रवाई की जाएगी। यदि अतिक्रमण है तो उसे विधिवत हटाया जाएगा।
नवलकिशोर कटारे
नायब तहसीलदार, इछावर