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म्यांमार मार में भूकंप की मार से लाशों का अम्बार, 6 अप्रेल तक राष्ट्रीय शोक की घोषणा..

भूकंप के बाद की कंपन...

म्यांमार मार में भूकंप की मार से लाशों का अम्बार,
6 अप्रेल तक राष्ट्रीय शोक की घोषणा..

मीडिया रिपोर्ट
म्यांमार में आए भयंकर भूकंप में मरने वालों की संख्या एक बार फिर बढ़ गई है. जुंटा सरकार ने सोमवार (31 मार्च, 2025) को नए आंकड़े जारी किए हैं. भीषण भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,056 हो गई है और 3,900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.

बचावकर्मी ढह चुकी इमारतों के मलबे से बचाव कार्य जारी रखे हुए हैं.

वहीं, म्यांमार ने देश में आए विनाशकारी भूकंप के लिए एक सप्ताह का राष्ट्रीय शोक घोषित किया, मरने वालों की संख्या 2,000 से ज्यादा हो चुकी है और तबाह हो चुकी इमारतों के मलबे में और अधिक जीवित लोगों के मिलने की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं. सत्तारूढ़ जुंटा ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप में जानमाल की हानि और क्षति के प्रति संवेदना प्रकट करने के लिए 6 अप्रैल तक राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे.

तीन दिन बाद जीवित निकाली गई महिला

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि एक महिला को होटल के मलबे से बाहर निकाला गया है. ये महिला भूकंप के तीन दिन बाद आशा की एक किरण के रूप में नजर आई है, क्योंकि बचावकर्मी ज्यादा से ज्यादा जीवित लोगों को खोजने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं.

वहीं, म्यांमार ने देश में आए विनाशकारी भूकंप के लिए एक सप्ताह का राष्ट्रीय शोक घोषित किया, मरने वालों की संख्या 2,000 से ज्यादा हो चुकी है और तबाह हो चुकी इमारतों के मलबे में और अधिक जीवित लोगों के मिलने की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं. सत्तारूढ़ जुंटा ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप में जानमाल की हानि और क्षति के प्रति संवेदना प्रकट करने के लिए 6 अप्रैल तक राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे.

तीन दिन बाद जीवित निकाली गई महिला

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि एक महिला को होटल के मलबे से बाहर निकाला गया है. ये महिला भूकंप के तीन दिन बाद आशा की एक किरण के रूप में नजर आई है, क्योंकि बचावकर्मी ज्यादा से ज्यादा जीवित लोगों को खोजने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं.

म्यांमार स्थित चीनी दूतावास ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि महिला को मांडले स्थित ग्रेट वॉल होटल के मलबे से निकाल लिया गया है. बताया गया कि महिला की हालत स्थिर है. मांडले 28 मार्च, 2025 को आए भूकंप के केन्द्र के पास ही है. भूकंप ने म्यांमार में तो भारी तबाही मचाई ही साथ ही पड़ोसी थाईलैंड में भी भारी नुकसान पहुंचाया.

बैंकॉक में भी मची भारी तबाही

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, बैंकॉक में आपातकालीन दल ने सोमवार को एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत के ढह जाने के बाद मलबे के नीचे दबे 76 लोगों की तलाश फिर से शुरू कर दी है. लगभग तीन दिन बाद यह आशंका बढ़ रही थी कि बचाव दल को और अधिक शव मिलेंगे, जिससे थाईलैंड में मरने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हो सकती है. रविवार तक थाईलैंड में मरने वालों की संख्या 18 थी.

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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