क्राइम रिपोर्ट

इछावर : ग्राम बोरदी कलां के श्रमिक युवक का शव नज़दीकी क्रेशर मशीन  से मिला

क्राइम रिपोर्ट

इछावर : ग्राम बोरदी कलां के श्रमिक युवक का शव नज़दीकी क्रेशर मशीन  से मिला

मशीन मालिक भाजपा का वरिष्ठ नेता..

कल रात से ढूंढने में जुटे थे परिजन

इछावर: 2 मार्च,2025
एमपी मीडिया पॉइंट

भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष भागीरथ पप्पू नागर से संबद्ध क्रेशर मशीन से बोरदी कलां निवासी एक श्रमिक युवक का शव संदिग्ध अवस्था मे मिला है । मृतक कल रात से ही लापता बताया जा रहा है जिसे कल रात से ही परिजन तलाश रहे थे।

जानकारी अनुसार राहुल पिता मेहरबान सिंह कोरकू कल रात से ही लापता था जिसकी खोजबीन परिजनों द्वारा की जा रही थी लेकिन वह नहीं मिला, राहुल का शव समीपस्थ एक क्रेशर मशीन से मिला जो इछावर भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष भागीरथ पप्पू नागर से संबद्ध बताई जाती है ।
मृतक युवक की मौत का कारण अभी अज्ञात है जिसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पश्चात ही हो सकेगा, वैसे इछावर पुलिस ने प्राथमिक जांच आरंभ कर दी है । शव को मृतक के मामा ने उस समय पहचाना जब वह सुबह-सुबह अपने निजि काम से कहीं जा रहा था। मशीन के पानी में डूबने की आशंका जताई जा रही है क्योंकि शव कराड़ पर देखा गया था।

पप्पू नागर के कथन

“मशीन शाम 06:00 बजे बंद हो जाती है जो दूसरे दिन प्रात: 09:00 बजे खुलती है, रात में क्या हुआ कैसे हुआ और कब हुआ? इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है। वैसे शव साफ जगह पर पाया गया है। पंकज को जानकारी दी तब मुझे इस बात का पता चला”

भागीरथ पप्नू नागर
वरिष्ठ भाजपा नेता,इछावर

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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