मुख्यमंत्री डॉ. यादव 18 अक्टूबर को पूरा दिन किसानों के बीच रहेंगे
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में मनेगी कायदे की धनतेरस !!

मुख्यमंत्री डॉ. यादव 18 अक्टूबर को पूरा दिन किसानों के बीच रहेंगे
किसानों के साथ मनायेंगे धनतेरस,
मुख्यमंत्री डॉ. यादव करेंगे किसानों की बात, किसानों के साथ,
मुख्यमंत्री निवास में होगा किसान सम्मेलन, करेंगे सीधा संवाद,
मुख्यमंत्री राजगढ़ एवं सीहोर में भी किसान सम्मेलन में शामिल होंगे
सीहोर, 17 अक्टूबर, 2025
एमपी मीडिया करेंगे।
सीहोर जिले के बिलकिसगंज कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ यादव 51 करोड़ 24 लाख 26 हजार के निर्माण एवं विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इनमें वे 926.13 लाख रूपये लागत के सोगानी व्हाया ग्राम शिकारपुर से सेमली जदीद मार्ग, 267.36 लाख रूपये लागत के ग्राम गुलरछापरी से कलमपुरा मार्ग, 1202.38 लाख रूपये लागत के कोठरीकलॉ से निपानिया मार्ग, 526.01 लाख रूपये लागत के कोठरी से रसूलपुरा मार्ग, 689.70 लाख रूपये लागत के इन्ड्रस्ट्रीज एरिया बड़ियाखेड़ी से बड़नगर तक सीसी मार्ग, 351.82 लाख रूपये लागत के श्यामपुर बस स्टेण्ड से मण्डी तक सीसी मार्ग, 690.12 लाख रूपये लागत के ग्राम लसुडिया परिहार व्हाया ग्राम खेरिया से ग्राम बिजलोन तक पुलिया सहित मार्ग, 420.74 लाख रूपये लागत के जनजातीय सीनियर कन्या छात्रावास बिलकिसगंज तथा 50.00 लाख रूपये लागत के ग्राम दिमावर जिला सीहोर में मंदिर के समीप सामुदायिक जनसुविधा निर्माण कार्य का लोकार्पण करेंगे।
इन कार्यों का करेंगे भूमिपूजन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ यादव 18 करोड़ 14 लाख 40 हजार रूपये के निर्माण एवं विकास कार्यों का भूमिपजून करेंगे। इनमे ग्राम ढाबला में नवीन विद्युज उपकेंद्र का निर्माण कार्य 208.81 लाख रूपये, जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र जिला सीहोर के भवन का निर्माण 422.89 लाख रूपये, जनपद पंचायत भवन निर्माण जनपद पंचायत इछावर 525.67 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन करेंगे।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री डॉ यादव सीहोर जिले के अहमदपुर, खण्डवा, उलझावन, खामखेड़ा जत्रा, कुरावर, लौरासकंला, फूडरा, सिद्दीकगंज, भाउखेड़ी, नयापुरा और सरदारनगर के शासकीय हायर सेकेण्ड्री स्कूलों में 59.73 – 59.73 लाख रूपये के मान से कुल 06 करोड़ 57 लाख 03 हजार रूपये लागत से बनने वाली केमेस्ट्री, फिजिक्स एवं बायोलॉजी लेब्स निर्माण कार्यों का भूमिपूजन करेंगे। इन 11 शासकीय हायर सेकेण्ड्री स्कूलों में 06 करोड़ 57 लाख 03 हजार रूपये की लागत से केमेस्ट्री, फिजिक्स एवं बायोलॉजी लैब बनाई जाएंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार 18 अक्टूबर को सुबह से देर शाम तक किसानों के बीच रहेंगे और उनके साथ धनतेरस मनायेंगे। मुख्यमंत्री शनिवार को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित किसान सम्मेलन में किसानों से सीधा संवाद भी करेंगे। इसके बाद राजगढ़ जिले के ब्यावरा और सीहोर जिले के बिलकिसगंज झागरिया में आयोजित किसान सम्मेलनों में शामिल होकर किसानों को राहत राशि का वितरण करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ब्यावरा में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को 277 करोड़ रूपये की राहत राशि का अंतरण करेंगे एवं 33 करोड़ रूपये की लागत की ब्यावरा नगर जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव यहां 193 करोड़ रूपये की लागत के 41 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण भी करेंगे। बाद में मुख्यमंत्री डॉ. यादव सीहोर जिले के बिलकिसगंज झागरिया में आयोजित किसान सम्मेलन में शामिल होंगे और यहां जिले के 2 लाख से अधिक किसानों को फसल क्षति की 118 करोड़ रूपये से अधिक की राहत राशि सिंगल क्लिक के जरिए किसानों के खाते में अंतरित करेंगे।
मुख्यमंत्री निवास परिसर पर किसान सम्मेलन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार की सुबह मुख्यमंत्री निवास परिसर में आयोजित किसान सम्मेलन में किसानों के बीच उनसे उनके हित की बात करेंगे। किसानों से संवाद में मुख्यमंत्री राज्य सरकार द्वारा कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों के विकास की दिशा में उठाए जा रहे विभिन्न कल्याणकारी कदमों और नवाचारों पर भी प्रकाश डालेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव किसानों के साथ धनतेरस और दीपावली पर्व की शुरुआत करेंगे। किसान भाई सोयाबीन की फसल को भावांतर योजना के दायरे में लाने की युगांतकारी पहल के लिए मुख्यमंत्री डॉ यादव का आभार भी व्यक्त करेंगे। इस किसान सम्मेलन में नर्मदापुरम, भोपाल, सीहोर, राजगढ़, रायसेन और विदिशा जिलों के करीब 2500 से अधिक प्रगतिशील किसान शामिल होंगे।
किसान सम्मेलन का उद्देश्य प्रदेश के किसानों को भावांतर भुगतान योजना की जानकारी देना और उन्हें योजना का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस अवसर पर कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी किसानों को योजना की प्रक्रिया, पात्रता तथा लाभ वितरण से संबंधित विस्तृत जानकारी देंगे। भावांतर योजना के तहत प्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसान 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक अपनी फसल कृषि उपज मंडियों में विक्रय कर सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा योजना में पात्र किसानों के आधार लिंक बैंक खातों में भावांतर की राशि फसल विक्रय के 15 दिन के भीतर सीधे जमा कर दी जाएगी। ई-उपार्जन पोर्टल पर भावांतर योजना के लिए किसानों का पंजीयन कार्य 17 अक्टूबर तक पूरा किया जा रहा है, ताकि कोई भी पात्र किसान इस योजना का लाभ पाने से वंचित न रहे।