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आष्टा : 8 वर्ष से फरार अपहरण का ईनामी आरोपी गिरफ्तार

क्राइम रिपोर्ट

8 वर्ष से फरार अपहरण का ईनामी आरोपी गिरफ्तार

आष्टा, 02 नवंबर 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

फरार आरोपी पवन धनगर पिता कुमेर सिंह धनगर उम्र 32 वर्ष निवासी पोलाय कला, जिला शाजापुर द्वारा वर्ष 2018 मे एक नाबालिग़ बालिका का बहला, फुसलाकर अपहरण कर लिया गया था।आरोपी के विरुद्ध बालिका के परिजनों द्वारा थाना आष्टा मे धारा 363भादवी का अपराध पंजीवद्ध कराया गया था।विवेचना के दौरान पुलिस द्वारा अप्रहता बालिका की तलाश पतारसी कर दस्तियाब किया जाकर परिजनों को सुपुर्द किया गया था एवं आरोपी पवन धनगर घटना समय से ही फरार हो गया था। जिसे पुलिस ने आखिरकार पोलाय कलां गांव से दबोच लिया।

बतादें कि पुलिस महानिरीक्षक ग्रामीण भोपाल अभय सिंह द्वारा फरार आरोपियों की धरपकड़, गिरफ़्तारी के किए विशेष मुहीम चलायी जा रही है जिसके परिपालन मे पुलिस अधीक्षक सीहोर दीपक शुक्ला द्वारा जिले के समस्त थाना प्रभारियों को थाने मे लंबित फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए निर्देशित किया गया है। अनुविभागीय अधिकारी पुलिस आकाश अमलकर के मार्गदर्शन मे थाना प्रभारी आष्टा गिरीश दुबे की टीम द्वारा वर्ष 2018 से फरार 3 हजार के ईनामी आरोपी पवन धनगर को ग्राम पोलाय कला थाना अवन्तिपुर बड़ोदिया जिला शाजापुर से गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त की है।

प्र आर महेन्द्र मेवाड़ा, आर शुभम मेवाड़ा, आर मेहरवान परमार उक्त तीनो कर्मचारियो द्वारा आरोपी की तलाश कर गिरफ्तार करने मे विशेष भूमिका रही।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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