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उत्तर प्रदेश : संभल में घटी 30 प्रतिशत हिंदुओं की जनसंख्या

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उत्तर प्रदेश : संभल में घटी 30 प्रतिशत हिंदुओं की जनसंख्या

मीडिया रिपोर्ट,28 अगस्त 2025

उत्तरप्रदेश के संभल में गत वर्ष नवंबर में हुई हिंसा पर तैयार करीब 450 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी गई है. तीन सदस्यीय समिति ने यह रिपोर्ट तैयार की है. इसमें कई चौंकाने वाली बातें हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि संभल नगरपालिका क्षेत्र में 1947 में 45 फीसदी आबादी थी, जो अब 2025 में 15 फीसदी रह गई है. यानी 30 फीसदी हिन्दू जनसंख्या पिछले 78 सालों में घटी है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि संभल आतंकियों का अड्डा बन गया है. यहां आजादी के बाद से 15 दंगे हुए हैं.

सर्वे की बात कैसे हुई थी लीक

24 नवंबर को हुए दंगे पर रिपोर्ट में कहा गया है कि साजिशकर्ता को ये पता था कि वहां सर्वे होना है. प्रशासन ने संभल जामा मस्जिद के प्रबंधन को बताया था कि वहां सर्वे होना है. संभवतः वहीं से सर्वे की बात लीक हुई और भीड़ जुटी. वहां अवैध हथियारों और नशीले पदार्थों का अड्डा बन गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें पिछले दंगों की तिथियां, उनमें हुई जनहानि, प्रशासनिक कार्रवाई और उसके बाद की स्थिति का भी पूरा विवरण शामिल किया गया है.

हिंसा पूर्वनियोजित थी: रिपोर्ट

सूत्रों के हवाले से संभल कमेटी की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है कि 24 नवंबर 2024 की हिंसा पूर्वनियोजित और षड्यंत्र का नतीजा थी. नमाजियों को उकसाने के लिए सांसद जिया-उर-रहमान बर्क ने कहा था कि हम इस देश के मालिक हैं. सांसद ज़िया-उर-रहमान बर्क, विधायक के पुत्र सुहैल इक़बाल और इंतेज़ामिया कमेटी के पदाधिकारी मुख्य भूमिका में थे. आरोप है कि संभल जामा मस्जिदकी इंतेज़ामिया कमेटी ने मिलकर साजिश रची. 22 नवंबर को नमाजियों को संबोधित करते हुए सांसद जिया-उर-रहमान बर्क ने भड़काऊ भाषण दिया था. उन्होंने कहा था, ‘हम पुलिस प्रशासन सरकार से दबने वाले थोड़ी हैं, अरे हम इस देश के मालिक है नौकर, गुलाम नहीं हैं’. मैं खुले रूप से कह रहा हूं कि, मस्जिद थी, मस्जिद है, इंशा-अल्ला मस्जिद रहेगी कयामत तक. जिस तरह अयोध्या में हमारी मस्जिद ले ली गई, वैसा यहाँ नहीं होने देंगे.’

यह रिपोर्ट पहले राज्य कैबिनेट के समक्ष पेश की जाएगी. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद आगामी विधानसभा सत्र के दौरान इसे सदन में रखा जाएगा. माना जा रहा है कि रिपोर्ट में हिंसा के कारणों, प्रशासन की भूमिका, खुफिया तंत्र की नाकामी और भविष्य में ऐसे हालात से निपटने के सुझाव भी शामिल हैं.

450 पन्नों की रिपोर्ट 24 नवंबर संभल हिंसा और जिले के दंगों के इतिहास का पूरा विवरण देगी.
तीन सदस्यीय समिति ने मौके पर जांच कर रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपी.
रिपोर्ट में पिछले दंगों की तारीखें, जनहानि और प्रशासनिक कार्रवाई का भी ब्यौरा है.
रिपोर्ट पहले कैबिनेट में पेश होगी, उसके बाद विधानसभा सत्र में रखी जाएगी.
रिपोर्ट में भविष्य में हिंसा रोकने के सुझाव भी शामिल हैं.
तीन सदस्यीय समिति को यह रिपोर्ट तैयार करने का दायित्व हिंसा के तुरंत बाद सौंपा गया था. समिति ने मौके पर जाकर प्रशासनिक अधिकारियों, स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवारों से बातचीत की और घटनाक्रम की पूरी पड़ताल से अवगत कराया गया।

संभल नगरपालिका में घटती हिंदुओं की जनसंख्या के पीछे पिछले वर्ष एवं इसके पूर्व में हुई हिंसा,दंगे कारण के रुप मे बताए जा रहे हैं।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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