आयोजन

मनुष्य की अंतर दृष्टि ही उसे श्रेष्ठ बनाती है- डॉ रोहिताश्व शर्मा

आयोजन

मनुष्य की अंतर दृष्टि ही उसे श्रेष्ठ बनाती है- डॉ रोहिताश्व शर्मा

सीहोर,22 जुलाई 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

शासकीय कन्या महाविद्यालय सीहोर में महर्षि वेदव्यास पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। महाविद्यालय में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस चंद्रशेखर आजाद शासकीय अग्रणी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सीहोर के प्राचार्य डॉ रोहिताश्व शर्मा ने गुरू के ऐतिहासिक महत्त्व को रेखांकित करते हुए बताया कि गुरू का व्यक्ति के जीवन में विशेष महत्व है। गुरू ही है जो अंधकार से प्रकाश का मार्ग प्रशस्त करता है मनुष्य की अंतर दृष्टि ही उसे श्रेष्ठ बनाती है।

इस अवसर पर एवं विशिष्ट अतिथि डॉ शोभा पीडी चांडक, ‘सदस्य’ व्यास पूजा गुरु शिष्य परंपरा अखिल भारतीय शिक्षण मंडल मध्य भारत प्रांत सीहोर द्वारा बताया गया कि गुरु शिष्य की परंपरा का जीवंत रहना परम आवश्यक है। शिक्षा में गुणात्मक एवं परिमाणात्मक विकास, शिक्षा में नवीनता एवं रोचकता, छात्रों में मानक दृष्टिकोण, उत्पन्न करने, नवीन सोच को विकसित करने, समय के सापेक्ष शिक्षा को परिवर्तनशील बनाने में नवाचार की महती भूमिका है।

प्राचार्य डॉ मंजरी अग्निहोत्रीने बताया वर्तमान परिवेश में शिक्षा का स्वरूप बदलता जा रहा है, वैश्विक परिवेश में यदि आगे बढ़ना है तो नवीन शिक्षा पद्धति को अपनाना होगा। डॉ कलिका डोलस द्वारा यह बताया गया शिक्षा एक त्रिमुखी प्रक्रिया है, शिक्षक समाज का वह हिस्सा है जो शिक्षा के माध्यम से समाज में बदलाव लाता है।
कार्यक्रम का संचालन एवं आभार डॉ पूजा कश्यप द्वारा किया गया । इस अवसर पर प्रमुख रूप से एनएसएस प्रभारी डॉ कैलाश विश्वकर्मा सहित महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, अतिथि विद्वान कर्मचारी एवं विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में सहभागिता प्रदान कर कार्यक्रम को सफल बनाया।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी
Back to top button