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सीहोर(एमपी): केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को जनजाति समाज के गरीब किसानों ने सौंपा ज्ञापन, कहा- अभ्यारण्य बनाने के नाम पर हमे कृषि भूमि से किया जा रहा बेदखल..

जनजाति समाज के गरीब किसानों की समस्या

सीहोर(एमपी): केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को जनजाति समाज के गरीब किसानों ने सौंपा ज्ञापन,
कहा- अभ्यारण्य बनाने के नाम पर हमे कृषि भूमि से किया जा रहा बेदखल..

दूसरी ओर एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- हमारी सरकार गरीब आधारित है। गरीबों का पूरा ध्यान रखा जाएगा चाहे वे किसी भी वर्ग के हों…

इछावर(एमपी), 28 जून 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

इछावर-लाड़कुई वनपरिक्षेत्र से संबद्ध हजारों अनुसूचित जनजाति के लोगों सीहोर पहुंचकर एक ज्ञापन केंद्रीय कृषि मंत्री एवं एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपा।
तीन सूत्रीय ज्ञापन में प्रमुख रुप से इस बात पर जोर दिया गया कि हमारे वन परिक्षेत्र इछावर एवं लाड़कुई में आरक्षित वनों को सरदार बल्लभ भाई पटेल अभ्यारण्य को लेकर जो प्रस्ताव अधिसूचित किया गया है उसे तत्काल प्रभाव से शासन स्तर पर लिखित में निरस्त किया जाए।

ज्ञापन में कहा गया है कि अधिकार अधिनियम 2006 के अंतर्गत सीहोर जिले के जितने भी वन मित्र पोर्टल पर आवेदन दिए गये हैं शीघ्र उनका निराकरण कर उनका अधिकार पत्र बनाया जाए।
साथ ही वन विभाग एवं विकास निगम द्वारा आए दिन हमारी पुश्तैनी पुरानी जमीन जो करीब 30-35 वर्ष पुरानी है जिस पर कृषि कार्य कर रहे हैं, साक्ष्य न होने के अभाव में पुरानी को नई कृषि भूमि बताकर जो कार्रवाई की जा रही है उसे शीघ्र रोका जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में जनजाति समाज के इछावर-लाड़कुई के ग्रामीण प्रमुख रुप से शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि सीहोर जिले में इछावर एवं लाड़कुई रेंज की वनभूमि को अभ्यारण्य बनाने के लिए चयनित किया गया है। करीब 200 गांव के दो लाख की संख्या में यहां लोग निवास करते हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि वनवासियों की 25-30 वर्ष पुरानी कृषि भूमि को अतिक्रमण बताकर उससे बेदखल किया जा रहा है। जबकि कुछ किसानों ने तो अपने अधिकार पत्र बनवा लिये हैं जबकि ज्यादातर लोगों को लगातार अधिकार पत्रों से वंचित रखा गया इसी वजह से आए दिन जनजाति समाज के लोगों को परेशान किया जा रहा है।
बतादें कि जिला विकास एवं समन्वय एवं मूल्यांकन बैठक में भाग लेने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शनिवार को सीहोर पहुंचे थे।

यह कहते हैं एमपी के सीएम

इछावर रेंज से सटे खिवनी अभ्यारण्य के विषय में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कहते हैं कि मुझे ज्ञात हुआ है कि अतिक्रमण हटाने की कुछ स्थानों पर घटनाएं घटित हुई हैं।

हालांकि मध्यप्रदेश के देवास और सीहोर जिले में वन भूमि पर वन विभाग द्वारा चलाई जा रही अतिक्रमण विरोधी मुहिम में बारिश के मौसम को देखते हुए शिथिलता बरती जाने की बात भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कही। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमारी सरकार गरीब आधारित सरकार है और किसी भी गरीब व्यक्ति को परशानी में नहीं डाल सकती चाहे वो अनुसूचित जाति का हो या अनुसूचित जनजाति का या पिछड़े वर्ग या सामान्य का हो, सबके जीवन में बदलाव आए। और खुशहाल रहें। सरकार की संवेदनशीलता बरकरार रहना चाहिए। सिस्टम भी प्रभावित न हो और गरीब लोग परेशान भी न हो।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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