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सीहोर (मध्यप्रदेश) : मुस्लिमों द्वारा फूंका गया पाकिस्तान का पुतला

जनाक्रोश

मुस्लिमों ने पढ़ी पाकिस्तानी आतंकवादियों का
नामोनिशान मिटाने के लिए फातिहा. मांगी दुआ

मुस्लिम समाज ने की प्रधानमंत्री से लाहौर
कराची पीओके पर तिरंगा फहराने की मांग

तहसील चौराहे पर जलाया पाकिस्तान का पुतला

सीहोर, 28 अप्रैल 2025
एमपी मीडिया पॉइंट

मुस्लिमों ने फातिहा पढ़कर पाकिस्तानी आतंकवादियों का नामोनिशान मिटाने के लिए तहसील चौराहे पर अल्लाह से दुआ मांगी। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए हिन्दुस्तानियों को श्रद्धांजलि देकर मुस्लिम समाजजनों द्वारा पाकिस्तान और आतंकवादियों का पुुतला जलाकर आक्रोश व्यक्त किया। पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुस्लिम समाज द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लाहौर कराची और पाक अधिकृत कश्मीर पीओके पर तिरंगा फहाराने की मांग की गई।

रविवार रात को किए गए प्रदर्शन में वक्फ कमेटी पूर्व जिलाध्यक्ष शमीम अहमद, पूर्व पार्षद अशफाक खा, कांग्रेस नेता नवाब खान पार्षद मुस्तफा अंजूम, पूर्व पार्षद साजिद शाह, मजहर मज्जू, बिलाल कुरैशी, साजीद अली, साईद,मोसीन ख़ान, अयाज़ उद्दीन, सय्यद, फेजल, राजा, सद्दू, तारीक, अथर खान, शाजेब, समीर, आसीफ, आसीफ पठान, शयान खान, अता हकीम, मुकीम, मो नावेद, औसाफ पठान सहित सेकंडों मुस्लिम समाज के लोग शामिल रहे।

राजेश शर्मा

राजेश शर्मा मप्र से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के हिंदी दैनिक अख़बारों- दैनिक भास्कर नवभारत, नईदुनिया,दैनिक जागरण,पत्रिका,मुंबई से प्रकाशित धर्मयुग, दिनमान के पत्रकार रहे, करीब पांच शीर्ष इलेक्ट्रॉनिक चैनलों में भी बतौर रिपोर्टर के हाथ आजमाए। वर्तमान मे 'एमपी मीडिया पॉइंट' वेब मीडिया एवं यूट्यूब चैनल के प्रधान संपादक पद पर कार्यरत हैं। आप इतिहासकार भी है। श्री शर्मा द्वारा लिखित "पूर्वकालिक इछावर की परिक्रमा" इतिहास एवं शोध पर आधारित है। जो सीहोर जिले के संदर्भ में प्रकाशित पहली एवं बेहद लोकप्रिय एकमात्र पुस्तक में शुमार हैं। बीएससी(गणित) एवं एमए(राजनीति शास्त्र) मे स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के पश्चात आध्यात्म की ओर रुख किए हुए है। उनके त्वरित टिप्पणियों,समसामयिक लेखों,व्यंगों एवं सम्पादकीय को काफी सराहा जाता है। सामाजिक विसंगतियों, राजनीति में धर्म का प्रवेश,वंशवाद की राजसी राजनिति जैसे स्तम्भों को पाठक काफी दिलचस्पी से पढतें है। जबकि राजेश शर्मा खुद अपने परिचय में लिखते हैं कि "मै एक सतत् विद्यार्थी हूं" और अभी तो हम चलना सीख रहे है..... शैलेश तिवारी

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