धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के स्वागत में उमड़े लाखों श्रद्धालु, खचाखच भरे पांडाल में हुआ हनुमंत कथा का वाचन
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बारां स्थित कृषि उपज मंडी प्रांगण में पहुंचे, जहां लाखों श्रद्धालुओं से खचाखच भरे पांडाल में हनुमंत कथा का वाचन किया. इससे पूर्व पंडित धीरेंद्र शास्त्री दोपहर को अंता पहुंचे. जहां पर उनका स्वागत-अभिनंदन किया गया. खुली गाड़ी में धीरेंद्र शास्त्री का लोगों ने अभिवादन किया. भारी पुष्पवर्षा के बीच उन्होंने चेहरे पर हाथ रख लिया. इसके बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री कथा स्थल कृषि उपज मंडी पहुंचे, जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमान जी की पूजा-अर्चना की. इसके बाद शास्त्री सिंहासन की भी पूजा की.
कथा में बैठने वालों को होते हैं 7 लाभ
कथा में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कथा सुनने वालों को पागलों संबोधित करते कहा कि सनातन की महिमा का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि जो भी सत्संग सुनता है, सत्संग में बैठते है उसको 7 लाभ होते हैं. जिनमें है विचार की शुद्धि, इन्द्रियों पर नियंत्रण, दृष्टि दोष, मन स्थिर, बुद्धि की शुद्धि, खुद भी सत्संग करो और परिवार को भी करवाओ.
रामायण के नाम पर माथा पकड़ लेते हैं बच्चे
मोबाइल के दुष्प्रभाव भी महाराज जी ने बताए. उन्होंने कहा सत्संग सुनने चाहिए. शास्त्री ने कहा कि राजस्थान के लोग बहुत अच्छे होते हैं. राम नाम का रस पियो, जिंदगी सुधर जाएगी. हनुमान जी का चार जुग में प्रताप है. हनुमान जी का हाथ पकड लो, जिदंगी पार लग जाएगी. आज के बच्चों को गंदी बाते करने में तो मन लगता है और रामायण पढ़ने की बोल दो तो माथा पकड़ लेते हैं. राम नाम का नाम लेकर कथा में बैठे परमात्मा की प्राप्ति जरूर होगी. शास्त्री द्वारा कथा में बीच-बीच गाए भजनों पर झूमके नाचे श्रद्धालु.
ऐसी कोई गली नहीं जहां हनुमान जी की चली नहीं
महाराज के स्वागत के लिए खान एंव गापोलन मंत्री प्रमोद जैन भाया भी पहुंचे. बाबा ने कथा में राजस्थान की जमकर तारिफ की. बाबा ने कहा कि सीकर के बाद बारां आने का सौभाग्य मिला है. राजस्थान बड़ा ही सुदंर प्रदेश है. बाबा ने कहा कि राजस्थान के पागलों तुम कामकाज के लिए मत बनों, रामकाज के बनो. ऐसी कोई गली नहीं, जहां हनुमान जी की चली नहीं. बाबा ने कहा कि राम नाम का झंडा कल युग में गढ़ कर रहेगा.
सोमवार को लगाया जाएगा दिव्य दरबार
आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा चार सितंबर को दिव्य दरबार लगाया जाएगा. इसको लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह का माहौल है. व्यवस्थाओं को संभालने के लिए आयोजन समिति की ओर से रामसेवक तैनात किए गए हैं. कथास्थल पर 8 लाख स्क्वायर फीट में श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था की गई है. बड़ी संख्या में दूर दराज के लोगों के पहुंचने के अनुमान को देखते हुए शहर में 10 से अधिक जगहों पर करीब 400 बीघा में पार्किंग व्यवस्था की गई.